भगवान ! त्रिया चरित्रं, पुरुषस्य भाग्यम; देवो न जानाति कुतो मनुष्यः और यहां लड़के कहते हैं, मेरी वाली ऐसी नहीं है, बहुते ईमानदार है. नीलेश सिंह पटना विश्वविधालय ©Nilesh #चित्र