गाँधी जी की पुण्यथिति कर समर्पण तन मन देश के लिए जो अंग्रजो को भगाने निकला ओ अंहिंसा का पुजारी निकला एक आवाज करोड़ो के ताकत थी इनकी स्वतंत्रता ओर स्वच्छ्ता प्राथमिकता थी इनकी सप्वन बस आजद और कुशल भारत का था देश को पूर्ण स्वराज दिलाने का था और क्या महात्मा और बापू कहलाना ही था फिर सब का आदर्श बन जाना था मर के जीवित कहलाना था भारत का राष्ट्रपिता बन जाना था ( गाँधीजी भारत का राष्ट्रपिता है) #NojotoQuote बापू