મારું ગામડું शहर की हलचल- चकाचौंध देखा भीड़ बहुत हैं फिर भी सबको मौन देखा बहुत प्यारा होता गांव जंहा होता अपनापन का भाव हरियाली मन को भाती ठंडी शीतल हवा मन को छु जाती शुद्ध जंहा का अन्न -जल और पवन हैं संस्कार और सादगी जंहा का रहन सहन हैं बातों में मिठास और लोगों में स्नेह हैं यंहा के जन-जन का परिश्रमी देह हैं। ©Arun kr. #village #village