हमने गुजार दी फकीरी में ज़िन्दागी, लेकिन कभी ज़मीर का सौदा नहीं किया, दिल को जला कर दी हैं ज़माने को रोशनी, जुगनू पकड़ के हमने कभी उजाला नहीं किया.... ©Akshat Vishwakarma #fakiri