मैं स्थावर प्रज्ञा से आत्म संसोधन करती जिंदगी का संरक्षण हूँ जीवन संकलन में उत्कृष्ट निष्कृष्ट के होते विचारों का क्षरण हूँ परिचय नही है कोई मेरी आत्मा का, ज्ञान तो होता नश्वर तन का मैं आत्मा-परमात्मा को एकाकार कर जीवन सर्व विधान का भरण हूँ || मेरा परिचय