क्यों ढूंढते वफ़ाये ? उम्मीदों के किताब से; जहाँ रिश्ते बनते हों, जरूरतों के हिसाब से। क्यों आश लगाए हो, उम्मीदों के किताब से; जहाँ रिश्ते बनते हों, जरूरतों के हिसाब से। #poem #pratikrajput #logoutpratik #ishq #duniya #jarurat #pyar