गुज़रती जा रही है ज़िन्दगी चुपचाप ही कहीं ... सब शिकवे शिकायतों में उलझे हुए हैं | गुज़रती जा रही है #ज़िन्दगी #चुपचाप ही कहीं ... सब #शिकवे #शिकायतों में उलझे हुए हैं |