तोता बोला, बिल्ली से, गांव क्यों आये, दिल्ली से, उधर ही जाकर, पड़े रहो, इंग्लिश, हिंदी में,भिड़े रहो।। गांव में आकर, बच्चों को, तुम बिगाड़ कर जाते हो, शिक्षा अच्छी, कभी न देते, दारू, सिगरेट पिलाते हो।।। वहीं बसे हो, वहीं रहो तुम, जोड़ते जाओ, महल, महल, रुपया चांदी, खूब बटोरो, करो उन्नति, बनो सफल।। पक्ष! भी तय करते पैसे से, चमत्कार में जीते हो, एक मुखौटा नहीं संभलता, नए लगाए जाते हो।। जाओ! खाओ! पिज्जा बर्गर, हम बेडु, मडुवे में खुश, जाओ पीयो फ्रिज का ठंडा, हम अपनी लस्सी में खुश।। इतनी कृपा तुम, करो गांव पर, उसे पुराना रहने दो, तुम बदलो अपनी संस्कृतियां, हमें अपने में बहने दो।। ©Tara Chandra #गांव_शहर