रोशनी में नहाए गलियां सारी ,नुक्कड़ सारे, बल्ब से सजे रहते है सारे चौक-चौराहे और चौबारे. दिन और रात में अब ज्यादा फर्क ना रहा, घर का कोना-कोना है इन दिनों जगमगा रहा. @RajX – मगर सबके दिल में बस रहा है एक अंधेरा घना, खत्म होती जा रही है अपनेपन की भावना, फूल भी भेजते है लोग कागज का बना #रोशनी,#घर_का_कोना #नुक्कड़,#चौक_चौराहे