अभिव्यक्ति का डस्टबिन!! इस डस्टबिन का दमघोंटू दुर्गन्ध... नथुनों में भर भरकर संक्रमण का शिकार, होकर बीमार मानसिक यंत्रणा से त्रस्त वह 'बिखरा साइकी' अक्सरहां जगकर रातों को डम्पयार्ड की जमीनें खोदकर, बीत चुके, अपने ही चूके संबंधों के गड्ढों में नापता है फिरता फिर दायरा, कुम्हलाए अंधेरे-अतीत का। #manas _pratyay #alone #अभिव्यक्ति_का_डस्टबिन © Ratan Kumar