#बीत गए,जिंदगी के पहर कई,
जागते जागते,
खुद को, आइने से हट मिलना चाहती हूं
सोने से पहले, जीभर सोना चाहती हूं...
खुद के अश्कों पे, अख़्तियार नहीं खुद का
बेचैनी में दफ़न चैन चाहती हूं
बैठा ढेर पे आतिश के, एक शहर आम चाहती हूं,
meenu chauhan
तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खबर से सारा घर महके
शाम महके तेरे तसव्वुर से
शाम के बाद फिर शहर महके||
meenu chauhan
bikhri bikri duniya ye or kaali badhaali chhayi hai..
har jagah maut kaa taandav hai, saanso ki ab ye ladaayi hai...
kukarm kiye hai tumne bhi to
bhugatna unko yhi pdega
yhi milega nark tumhe or swarg bhi tumko yhi milega....
meenu chauhan
## मुझे तेरे साथ सिर्फ वक्त नहीं बिताना है, "बल्कि" तेरा वक्त बन के तेरे साथ बीत जाना है||
meenu chauhan
जब सोचती हूँ मैं तुमको,
समय रुक सा जाता है,
सासें थम सी जाती हैं,
तुम मुझमें छिप जाते हो,
मैं तुम में खो सी जाती हूँ,
जब सोचती हूँ मैं..
मुद्दतों से मिली जुदाई,
एक पल को भूल सा जाती हूँ,
meenu chauhan
कभी तूफ़ां,
कभी कश्ती,
कभी मरहम,
तो कभी घाव की तरह...
जिंदगी की सर्द हवाओं के जोर में,
वो आंखें हैं किसी अलाव की तरह...
meenu chauhan
कि वो छा गये हैं मेरे चारों तरफ कोहरे की तरह,
ना तो अब कोई दूसरा दिखता है और नाही किसी को देखने की चाहत है||
meenu chauhan
जब सोचती हूँ मैं तुमको,
समय रुक सा जाता है,
सासें थम सी जाती हैं,
तुम मुझमें छिप जाते हो,
मैं तुम में खो सी जाती हूँ,
जब सोचती हूँ मैं..
मुद्दतों से मिली जुदाई,
meenu chauhan
जब सोचती हूँ मैं तुमको,
समय रुक सा जाता है,
सासें थम सी जाती हैं,
तुम मुझमें छिप जाते हो,
मैं तुम में खो सी जाती हूँ,
जब सोचती हूँ मैं..
मुद्दतों से मिली जुदाई,
meenu chauhan
मिज़ाज यूँ ही ना
चिडचिडा कीजिए
कोई बात छोटी करे
तो दिल बड़ा कीजिये||||