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Pankaj Singh Chawla
मेरी खामोशिया अक्सर मुझसे ही सवाल कर जाती है, प्यार भरे नग़मे लिखने वाले 'पंकज' क्यों तेरी कलम भी इतना दर्द लिख जाती है।। जब होता है एक दर्द लेखक के सीने में, तो खामोशिया ही अक्सर उस से सवाल पूछ जाती है, उन्ही सवालों के जवाब में ये जज़्बाती कलम फिर से कुछ जज़्बात लिख जाती है।। #खामोशिया #दर्द #pain #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16 #yqwriter
जब होता है एक दर्द लेखक के सीने में, तो खामोशिया ही अक्सर उस से सवाल पूछ जाती है, उन्ही सवालों के जवाब में ये जज़्बाती कलम फिर से कुछ जज़्बात लिख जाती है।। #खामोशिया #दर्द #Pain #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16 #yqwriter
read moreMoumita Deb
माना की आज थोड़ी खामोश हु बोलना है फिरभी मौन हु केहेने को तो बोहुत कुछ है दिल मे बस तुजे खोने से डरथी हु । दिल की बातें आखो से कहै रही हु अगर सुन सके तो सुन ले जुबा से निकली हुई बाते तो हर कोई सोमोझ लेता है तु मेरी खामोशी को भी समझ ले । #alone #Poetry #खामोशिया
Bhairav
चुप थे तो....🤐 चल रही थी जिंदगी लाजवाब...👌🏻 खामोशिया बोलने लगी तो...🤥 हो गया बवाल...😳 💐🤝🏻💐 राधे-राधे #खामोशिया
Shashank Singh
खुद वज़ह बनकर वज़ह मुझसे वज़ह पूछती है ख़ामोश हूँ खामोशिया मेरी खामोशिया पूछती है
Janeमन ❤️
चलो मान लिया झूठी है मेरी बाते तो तुम ही बता दो सच ये खामोशिया किस लिये -karan ❤ #खामोशिया
Shaikh Sufyan
खामोशियां कभी बे-वजह नहीं होती है Kuch जख्म ऐसे भी होते हैं,,,,, जो आवाज छीन लेते हैं,,, #खामोशिया#शायरी
Reema Maheshwari
तेरी खामोशी आज भी अक्सर हमें बेचैन कर जाती है जब तू आखो से इज़हार कर जाती है, ओर ख्वाबो में आ कर दीदार दे जाती है! #खामोशिया
Ashish Verma
(एक प्रेम पत्र जो अंजान था ईश्क से ) यह समय क्यू बीत जाता हैं , साथ मेरे उदासी दे जाता है , ख़ुशी बेशुमार होती थी , चन्द उसकी मुस्कान देखकर , वो चले जाते थे , बहुत गम मेरे साथ देकर , सोचा तो यही था , कल बात करूगा उनसे , पर हिम्मत ना होती थी , मुझमे उन्हे सामने देखकर , ऐसा लगता था उनकी आंखे हर पल कुछ बया करती थी , मै समझ लेता था उनकी हर एक झुकी पलके देखकर , उनकी खामोशिया हर पल कुछ ना कुछ बया करती रही , आंखे भी नम हो जाती थी ,उनकी खामोशिया पढते पढते , हर वक्त डर सा लगा रहता था ,कही कोइ चुरा ना ले जाये उनको , मै यह सोच कर रो पड़ता ,शायद मेरी ज़िन्दगी का क्या होगा , ना चाहते हुये हम उन्ही से मोहब्बत किये जा रहे थे , ना चाहते हुये हम ख्वाबो मे उन्हे अपना बनाये जा रहे थे , इश्क इतना खूबसुरत था ,यह आज जाना मैने , तू रहे ,मै मिट जाऊ यह अल्लाह से दुआ मागा मैने , तू रहे मै मिट जाऊ यह अल्लाह से दुआ मागा मैने ..............! ( लेखक "आशीष कुमार वर्मा" )