Find the Best khnazim Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about invader zim enter the florpus, invader zim dib and gaz, zim exercise tips in hindi, zim tips in hindi, zim training in hindi,
Kh_Nazim
मुसाफिर (संघर्ष गीत)। चलता चल मुसाफ़िर चलता चल मिलेगी मंज़िल कटेगे दुःख चलता चल मुसाफ़िर चलता चल कोई न समझेगा दुख तेरा अपने पथ पर आगे बढ़ता चल आगे बढ़ता चल चलता चल मुसाफ़िर चलता चल सियासत के फेरे में ज़िन्दगी उलझी है तुझे ना झुकना है ना थकना है बस चलना है बस चलना है चलता चल मुसाफ़िर चलता चल।। रास्ता लंबा है पैरों में छाले लाजमी होगे दर्द बेपन्हा होगा देखकर, तुझे ना टूटना है ना तू झुकना ना मंजिल तक पहुंचेगा सफर बस चलना है बस चलना है चलता चल मुसाफिर चल ताजा।। जब सताने लगेंगी परिवार की बंदिशे तू रुकना ना तू मुड़ना ना मतलबी कहेगा जमाना सारा याद रखनी है मंजिल तुझे अपनी मेहनत करेगा पसीना बहेगा मिलेगी जिंदगी अच्छी सबको बस बढ़ता चल बस बढ़ता चल चलता चल मुसाफिर चलता चल।। चमक धमक देखकर मंज़िल से बहकना ना याद रखना अपने हालत पुराने टूटा मकान छूटे रिश्ते तू भूलना ना तू चूकना ना कर्मभूमि में अपना योगदान देता चल चलता चल मुसाफिर चलता चल ।। मुसाफिर (संघर्ष गीत)। चलता चल मुसाफ़िर चलता चल मिलेगी मंज़िल कटेगे दुःख चलता चल मुसाफ़िर चलता चल कोई न समझेगा दुख तेरा अपने पथ पर आगे बढ़ता चल आगे बढ़ता चल
मुसाफिर (संघर्ष गीत)। चलता चल मुसाफ़िर चलता चल मिलेगी मंज़िल कटेगे दुःख चलता चल मुसाफ़िर चलता चल कोई न समझेगा दुख तेरा अपने पथ पर आगे बढ़ता चल आगे बढ़ता चल #peace #मकान #कविता #रिश्ते #सियासत #कर्मभूमि #khnazim #हालात_ए_जिंदगी #छोटाबसेराtwj
read moreKh_Nazim
उन्होंने बड़ी नज़ाकत से पूछा :- मैं हॉट हूं या चाय...? हमनें भी मुस्कुराते हुए सरलता से जवाब दिया :- चाय..! तब से एक अजीब सा कोतुहाल है उनके और हमारे बीच, डर-ए-जबान साथ नहीं दे रही,उन्होंने तो घर में बुला रखा है पर मेरी अगल़ात मुझे इजाजत नहीं दे रही। .. अगल़ात ( गलती) . . . . #khnazim
Kh_Nazim
11 नंबर की बस। बहते चलते लंबे पथ पे, फर्राटा भर्ती देखो दुनिया छुप रही है। किसी ने पेट्रोल डीजल सीएनजी तो किसी ने 11 नंबर की बस पकड़ रखी है जिसके पास नहीं है देने को सेल्फी उसने सड़क की फुटपाथ जकड़ रखी है हाथों में बैग,संदूक और दूजे हाथ में रोटी का टिफन तन से बच्चों को बांध रखा है पल्लू से अपने तपती धूप से चांद की चांदनी में संघर्ष आंखों से बहता पैरों के छाले बिन चप्पल चले जा रहे हैं। रोड़ी पत्थर कंकड़ सभी जानते हैं उसके हाथों की थाप शायद इसलिए उनके पैरों के नीचे बिछते जा रहे हैं । चढ़ा ज़िन्दगी के साथ बीच मझधार में शरीर को मुर्दा बोलकर रेल से निकालकर स्टेशन पर लिटाया जा रहा है बेअश्क होकर खींच रहा है बालक उसका महज़ जो चार साल के अंदर दो महीने भूख से सताया हुआ है। कुत्ते की तरह हफ्ते इंसान को बस,रेल के नीचे आराम करते बताया जा रहा है। कितनी सच्चाई है, इश्तेहार के आखबरो में की सुनसान सड़क पे पत्तों का पत्त झड़ गर्म हवाओं से काबू में है। जिन्होंने सवारी कर रखी है 11 नंबर के बस की मका तक जाने को उनके बहते लंबे पथ ने कुछ और ही तैयारी कर रखी है। 11 नंबर की बस। बहते चलते लंबे पथ पे, फर्राटा भर्ती देखो दुनिया छुप रही है। किसी ने पेट्रोल डीजल सीएनजी तो किसी ने 11 नंबर की बस पकड़ रखी है जिसके पास नहीं है देने को सेल्फी उसने सड़क की फुटपाथ जकड़ रखी है
Kh_Nazim
अगर हर चीज-ए-गलती नज़र-अंदाज करने लगे हम फिर कुछ बचेगा ही नही देखने को । नजरअंदाज . . . . . . #khnazim
Kh_Nazim
इन हवाओ की फिज़ाओ में कुछ नही रखा, अपनी औकात याद रखो। मोहब्बत-ए-दुश्वारियां क्या करना किसी से इन बेबफाओं में कुछ नही रखा। बेवफा . . . . #khnazim #leaf
Kh_Nazim
चलते रहे हम सफर पे कश्तियों को देखकर फिर किस से अपनी ज़ुस्तज़ु की तमन्ना करते रहबर उनके सभी थे हमें छोड़ कर फिर क्या टूटे मंदिर-मस्ज़िदों में इबादत करते उन्हें देख-बात करने का हक हमें छोड़ सब को दिया था। अपने ज़मीर के मालिक शायद खुद थे हम करते रहे वो नफरत हमसे हमें देख इसकी इजाज़त सबे छोड़ उन्हें थी शायद। इबादत . . . . . #khnazim #peace
Kh_Nazim
बिखरने का अगर हक होता आदमी को, तो सबसे ज्यादा बीमार नज़र वही आते। बीमार . . . . #khnazim #Star
Kh_Nazim
तेरे नज़रो में हम बे-शक बेबफा सही बस, तुम खुश रहो ... तुम्हरा यह इल्ज़ाम भी हमारे लिए सही । इल्जाम . . । . । #khnazim #Love
Kh_Nazim
पाबंदियों का इंतेज़ाम मुक्कमल कर रख हैं हर गली मोड़ पे सिपाहियों का पहरा धर रखा हैं घर में तो ग़रीब कैद हैं अमीर ने तो अपने आशियाने में पूरा इंतेज़ाम कर रखा हैं। कैद . . . . . #khnazim