Nojoto: Largest Storytelling Platform
abhijittripathi5613
  • 69Stories
  • 118Followers
  • 609Love
    612Views

अभिजित त्रिपाठी

कवि, लेखक, गीतकार तथा मंच संचालक गाँव वालों को अपनी तहजीब पर वाजिब गुरूर होता है। आँचल फटा ही सही लेकिन सिर पर जरूर होता है।

https://www.amazon.in/dp/9388202902#

  • Popular
  • Latest
  • Video
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

मुझको रंग दो बेहतर है,
ज्यादा उम्मीद न पालो।
मत कहना कि अरे सांवरे,
रंग मुझपर भी डालो।
एक बार जो खेली होली,
भूल मुझे न पाओगी।
रंग छोड़कर धानी-पीले,
मुझ में ही रंग जाओगी।

©अभिजित त्रिपाठी
  #happyholi #Holi #holihai #Rang #इश्क #मोहब्बत #होली
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

रातों की गर्दिश में जब भी जगे तू,
जगूँ मैं, ये मेरी निगाहें भी जागें।
कभी मौत आई जो तुझको ले जाने,
उसको मिलूँगा खड़ा मैं ही आगे।
टूटेंगे ना तोड़ने से कभी भी,
जो अनदेखे बाँधे हैं प्रीत के धागे।
दुआएँ तो माँगें सभी तेरी खातिर,
पर दुआओं में तुझको कोई भी ना मांगे।

©अभिजित त्रिपाठी #Hum #ishk #Love #Dua #Rat #Prem
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

दिल की थी अरदास यही,
कि तुमको रंग लगाऊँ ?
तुम रहती हो दूर नगर,
पास मैं कैसे आऊँ ?
बिन प्रियतम के पर्व सभी,
अनजान-अधूरे रहते हैं।
बिन तेरे अब तुम्हीं कहो,
क्या होली भला मनाऊँ ?

©अभिजित त्रिपाठी
  #Colors #Holi #Love #SAD #Rang #Heart
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

#राणा #अकबर #दिल्ली #हल्दीघाटी #राजपूताना #महादेव #बाप #वीर #बलिदान
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

हल्दी घाटी के  भीषण  रण में, राणा  निर्द्वंद्व घूमते थे।
जिधर भी  चेतक मुड़  जाता, लाशों के  ढेर झूमते थे।
मानसिंह   बस  एक   वार  में,  होश   गंवाकर  भागा।
अंत  युद्ध  का  निकट  आ  गया, तब  तंद्रा  से  जागा।
सेना को  ललकार  लगाता, बहलोल  खान तब आया।
उसने  राणा  पर वार  किया, और  पूरा  जोर  लगाया।
एक वार में दो कर दिया उसे, जब राणा को रोष हुआ।
हल्दीघाटी  में जोरों  से, जय  जगदम्बा  उद्घोष  हुआ।

©अभिजित त्रिपाठी #हल्दीघाटी #जगदम्बा #रण #चेतक #दो #रोष #जय #उद्घोष #राणा 

#hills
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

जो राष्ट्रभक्ति से  भर दे सबको, ऐसा सुरभित छंद बनो।
सूरज गर तुम  नहीं बन सको, जुगनू ही  कोई मंद बनो।
जाति - पंथ  को   जोड़  सके,  ऐसा  पावन   बंध  बनो।
उठो!  मेरे  अब  युवा  साथियों, सभी  विवेकानंद  बनो।

©अभिजित त्रिपाठी #विवेकानंद #स्वामी #स्वामीजी #सूरज #जुगनू #जाति #पंथ #छंद #युवा
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

इतिहासों की तुच्छ किताबें, अकबर को श्रेष्ठ बताती हों।
गौरवगाथा छोड़  सिंह की, सब गीदड़  के गुण गाती हों।
पर  राणा  जैसी सब  कहते, और  किसी  में  बात नहीं।
उस क्षत्रिय  को  झुका  सके, मुगलों  की  औकात नहीं।
मुंड  काटते  रहे  शत्रु  का,  पल - भर  राणा  रुके  नहीं।
जगदम्बा  के  सिवा  किसी के, आगे  राणा  झुके  नहीं।

©अभिजित त्रिपाठी #राणा #प्रताप 

#SunSet
9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

द्वेष से शून्य धमनी-शिराएं रहें।
क्रांति से दीप्त चारों दिशाएं रहें।
रक्त देशभक्ति का सबकी रगों में बहे।
बच्चा-बच्चा यहां जय-जय भारत कहे।

©अभिजित त्रिपाठी #रक्त #देशभक्ति #रगों #जय #भारत #क्रांति #दिशा #द्वेष #कविता #शायरी

रक्त देशभक्ति रगों जय भारत क्रांति दिशा द्वेष कविता शायरी

9d3c51f1f41bdafc80404b8beea5ed1f

अभिजित त्रिपाठी

जब भी नाराज होगी, मनाया करूंगा।
सारे  नखरे   तुम्हारे  उठाया   करूंगा।।
मेरी  माँ  को  अदब  से  बुलाना  सदा,
तुमसे हरदम मोहब्बत निभाया करूंगा।।

©अभिजित त्रिपाठी #मां #मोहब्बत #नाराज #नखरे #अदब 

#WallTexture
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile