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sad lover
चढ़ चेतक पर तलवार उठा रखता था भूतल पानी को राणा प्रताप सिर काट काट करता था सफल जवानी को। ©sad lover चढ़ा #चेतक पर #तलवार उठा रखता था #भूतल #पानी को #राणा_प्रताप #सिर_काट_काट करता था सफल #जवानी को।#maharanapratap_jayanti #महाराना_प्रताप_जायंती #वीर_महापुरुष
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read morebroken heart
फीका पड़ता था तेज़ सुरज का, जब माथा ऊंचा तु करता था। फीकी हुई बिजली की चमक, जब-जब प्रताप आंखे खोला करता था। चढ़ चेतक पर तलवार उठा रखता था भूतल पानी को राणा प्रताप सिर काट काट करता था सफल जवानी को। ©broken heart फीका पड़ता था तेज़ #सुरज का, जब #माथा ऊंचा तु करता था। फीकी हुई #बिजली की #चमक, जब-जब #प्रताप आंखे खोला करता था।चढ़ #चेतक पर #तलवार उठा रखता था भूतल पानी को #राणा प्रताप सिर काट काट करता था सफल #जवानी को।#maharanapratap sad lover
Dr. Partibha 'Mahi'
कृतान्त अनन्त नीरज...
तलवार हाथ में और भाला जिनके कंधे पर सजता था राणा प्रताप की चौड़ी छाती का अरिदल में डंका बजता था... ©कृतान्त अनन्त नीरज... #maharanapratap #प्रताप#मेवाड़#beingoriginal#rajsthan#राजस्थान#जयपुर#चित्तौड़#चेतक
Rahul Bhardwaj
भस्म उड़ा कर मिट्टी की, सर हाथी के चढ़ जाता था राणा प्रताप तेरा घोड़ा भी राजपूती धर्म निभाता था। चेतक की हस्ति मिटा सकें अकबर तेरी औकात नहीं मेरे ह्रदय में राणा धड़कता है जिसका तुमको आभास नही। रामप्रसाद से हाथी ने जीवन को अर्पित कर डाला सौगंध वीर महाराणा की एक कण भी मुख में नही डाला। रोइ थी हल्दी घाटी मंजर रक्त विलीन था दिल्ली की गद्दी कंपि है जिसपर अकबर आसीन था। चीख पड़ी है हल्दी घाटी चेतक अध बेहोश है अखंड सौर्य ले उड़ा है चेतक मृत्यु तक ख़ामोश है। हरण करे तलवार प्राण जिन्हें बरन करे म्रत्यु रानी लाखों जाने अर्पित हैं चेतक को छोड़ दे महारानी। चेतक की चिंघाड़ बिना मेरा सूर्य उदय क्या होयगा चेतक की यादों में राणा पल पल आँख भिगोएगा। चेतक चढ़के युद्ध में दुश्मन भगा भगा के मारे हैं उछल उछल के चेतक ने कई दबा दबा के गाड़े हैं। गिरा धरा पर धड़ चेतक का कैसी मदहोशी छाई है आँख खोल मेरे प्यारे चेतक आगे और लड़ाई हैं। चिर हवा को उड़ता चेतक पवन देख थर्राता है महाराणा में तेरा सिंघासन मृत्यु तक का नाता है। ठुमक ठुमक के चेतक चलता नंगी तलवार दीवानी हैं घोड़े हाथी बलिदान दिये इतिहासों में अमर कहानी है। ©Rahul Bhardwaj #महाराणा_प्रताप #चेतक #चेतक_की_वीरता #राजपूत #अकबर #हल्दी_घाटी #राजपूताना #इतिहास
अनिता कुमावत
युगों से शौर्य की अमिट निशानी हूँ ! पहचानो मुझे कि मैं हल्दीघाटी हूँ!! खून से हुई लाल जहाँ की भूमि वीरों के रक्त से बनी मैं रक्त तलाई हूँ!! अकबर का घटा "मान " और प्रताप का बढ़ा प्रताप जहाँ जहाँ है चेतक की स्वामीभक्ति झाला मान के बलिदान की कहानी हूँ पहचानो मुझे कि मैं हल्दीघाटी हूँ...!!! 18 जून 1576 हल्दीघाटी का युद्ध दिवस.... वो युद्ध जिसके कारण अकबर का मेवाड जितने का सपना अधूरा रह गया.... जाने कौन वो इतिहासकार हैं जो कहते हैं कि इसमें महाराणा प्रताप की हार हुई थी जबकि मेवाड के मुट्ठी भर वीरों ने अकबर की तथा कथित महान सेना को पीछे खदेड़ दिया था और युद्ध अनिर्णित रहा.... अकबर जो अपने शासन काल में शायद ही कभी युद्ध करने युद्ध भूमि में गया हो वो महान हो गया और राणा प्रताप का प्रताप धूमिल हो गया.... आज भी मुगल शासकों के बड़े बड़े मकबरे है जिन का संरक्षण पुरातत्व विभाग द्वारा कि
18 जून 1576 हल्दीघाटी का युद्ध दिवस.... वो युद्ध जिसके कारण अकबर का मेवाड जितने का सपना अधूरा रह गया.... जाने कौन वो इतिहासकार हैं जो कहते हैं कि इसमें महाराणा प्रताप की हार हुई थी जबकि मेवाड के मुट्ठी भर वीरों ने अकबर की तथा कथित महान सेना को पीछे खदेड़ दिया था और युद्ध अनिर्णित रहा.... अकबर जो अपने शासन काल में शायद ही कभी युद्ध करने युद्ध भूमि में गया हो वो महान हो गया और राणा प्रताप का प्रताप धूमिल हो गया.... आज भी मुगल शासकों के बड़े बड़े मकबरे है जिन का संरक्षण पुरातत्व विभाग द्वारा कि #yqdidi #yqhindi #yqthoughts #बलिदानी #चेतक #piccreditgoogle
read moreअभिजित त्रिपाठी
हल्दी घाटी के भीषण रण में, राणा निर्द्वंद्व घूमते थे। जिधर भी चेतक मुड़ जाता, लाशों के ढेर झूमते थे। मानसिंह बस एक वार में, होश गंवाकर भागा। अंत युद्ध का निकट आ गया, तब तंद्रा से जागा। सेना को ललकार लगाता, बहलोल खान तब आया। उसने राणा पर वार किया, और पूरा जोर लगाया। एक वार में दो कर दिया उसे, जब राणा को रोष हुआ। हल्दीघाटी में जोरों से, जय जगदम्बा उद्घोष हुआ। ©अभिजित त्रिपाठी #हल्दीघाटी #जगदम्बा #रण #चेतक #दो #रोष #जय #उद्घोष #राणा #hills