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Amit Rawat
#पर्दाफाश । #hindi #English #Nojoto #Poems
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read moreFAIZ 『A』LAM
परतें दर परतें हटती गईं पहलू का हर हिस्सा पर्दाफाश हो गया तूने एक चेहरा छुपाया कई चेहरों से फिर भी आज बेनकाब हो गया छुप नहीं सकती सच्चाई छिपाने से शायद तुझे भी ये एहसास हो गया चुप क्यों है प्यारे ,नज़रें मिला या फिर तू भी सच सुन के नाराज़ हो गया? #Chehro_ki_sachai #सच #पर्दाफाश #NojotoHindi #NojotoApp #aspects #चेहरा #बेनक़ाब Dhananjay Bharti डा. सुनील कुमार Khwab Khan Perfect sakक्ष
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read moreKRanti Yuva
तुम न बनो राधा ,तुम न बनो मीरा मेरा एक कहना मानो ....,,,, एक लड़की को सिर्फ़ हवस न समझोऔर किसी लड़के को सिर्फ़ जोरू का गुलाम न समझो !! बस मान लो मेरी इतनी-सी बात कि.....,,,, इंसान को इंसान और जानवर को इंसान न समझो जो जैसा हो, उसे वैसा ही समझो झूठी शान में कसाब आतंकी हैवान को इंसान न समझो ! -क्रांति युवा #Hope बात ईमानदारी से ...झूठ का बहरूपिया ,भयावह, कठिन, जटिल रूप का पर्दाफाश ... बुलंद सत्यता की आवाज के साथ
#Hope बात ईमानदारी से ...झूठ का बहरूपिया ,भयावह, कठिन, जटिल रूप का पर्दाफाश ... बुलंद सत्यता की आवाज के साथ
read moreStoryteller Kumar Shantnu
तेरी उस खिडक़ी के पार कई राज दफ़न है। और मेरे दरवाजे के बाहर बिछा कफ़न है। मैं उस सच से सफेद कफ़न को बांध कर आँऊगा और तेरे काले झूठे पर्दो का पर्दाफाश कर जाँऊगा। "कफ़न" तेरी उस खिडक़ी के पार कई राज दफ़न है। और मेरे दरवाजे के बाहर बिछा कफ़न है। मैं उस सच से सफेद कफ़न को बांध कर आँऊगा और तेरे काले झूठे पर्दो
"कफ़न" तेरी उस खिडक़ी के पार कई राज दफ़न है। और मेरे दरवाजे के बाहर बिछा कफ़न है। मैं उस सच से सफेद कफ़न को बांध कर आँऊगा और तेरे काले झूठे पर्दो #Poetry #Hindi #window #storytellerkumarshantnu #liar
read moreMANJEET SINGH THAKRAL
यह वीडियो नरेंद्र मोदी द्वारा नए कृषि कानून से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर बताए गए झूठ को उजागर करता है। कृपया इस वीडियो को अधिक से अधिक शेयर #विचार #kisanandolan
read moreMANJEET SINGH THAKRAL
आत्मनिर्भर भारत के ढोंग का पर्दाफाश। एक तरफ मोदी जी टीवी पर आकर कहते हैं हम आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे, वहीं दूसरी तरफ उनकी सरकार भारत की कंपन
read morePnkj Dixit
🌷लेखनी 💓 हौसलों से उड़ान भर कर , प्राण फूंक कर चली लेखनी । प्रेम भाव से सबक सिखाती , यह ज्ञान से भरी भली लेखनी । क्रांति का सूत्रपात करती लेखनी विश्व में सौहार्द भरती लेखनी। रीति रिवाजों में संस्कार लिखती लेखनी ढकोसलों का पर्दाफाश करती लेखनी । दो धारी तलवार होती है लेखनी मन का हरिद्वार होती है लेखनी । न्याय में श्रीराम होती है लेखनी अन्याय पर परशुराम होती है लेखनी । दान में बलि - कर्ण - सा होती है लेखनी प्राण बचाने में जटायु हनुमान होती है लेखनी। सूरज का ताप, चांद की शीतलता होती है लेखनी गंगा - यमुना - सरस्वती का संगम होती है लेखनी । कबीर - सूर ,तुलसी - दिनकर का ज्ञान लेखनी प्रसाद - पंत, निराला-महादेवी का मान लेखनी । ब्रह्म - विष्णु - महेश का अवतार लेखनी आसुरी शक्तियों का करती विनाश लेखनी । मूल अधिकारों का सतत् प्रयास लेखनी विश्व में लहराती तिरंगा ,विकास लेखनी । शुद्ध - सत्य विचारों का खिलता कमल लेखनी अनुभव आदर्शों का चरमोत्कर्ष लेखनी । हिंदी - साहित्य का उद्विकास भारतेंदु लेखनी भारत माता के माथे की बिंदी हिंदी प्राण लेखनी । ३०/०५/२०१९ 🌷👰💓💝 ... ✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 🌷लेखनी 💓 हौसलों से उड़ान भर कर , प्राण फूंक कर चली लेखनी । प्रेम भाव से सबक सिखाती , यह ज्ञान से भरी भली लेखनी । क्रांति का सूत्रपात करती
🌷लेखनी 💓 हौसलों से उड़ान भर कर , प्राण फूंक कर चली लेखनी । प्रेम भाव से सबक सिखाती , यह ज्ञान से भरी भली लेखनी । क्रांति का सूत्रपात करती
read moreSahil Bhardwaj
आशिकों के दिलों में आग जला रही फिज़ा में वफा की बयार बहा रही, अल्फाजों में सनम के हाथों महबूब की मेहंदी रच रही है आवारगी को रगों मे बहा रही दीवानगी को ज़िंदगी बना रही, अल्फाजों में कविता हमें रच रही है... दो दिलों में आरजू घोल रही इश्क़ की जुबां बोल रही, अल्फाजों में मोहब्बत को जिस्मों से रूह में सींच रही है धड़कनों को समझ रही साँसों को परख रही, अल्फाजों में कविता हमें रच रही है... #World_Poetry_Day Happy #worldpoetryday आँसुओं को पी रही ज़ख्मों को ये जी रही, अल्फाज़ों में ज़िंदगी का सच कह रही है दुखों को छुपा र
World_Poetry_Day Happy worldpoetryday आँसुओं को पी रही ज़ख्मों को ये जी रही, अल्फाज़ों में ज़िंदगी का सच कह रही है दुखों को छुपा र
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