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Vivek
मुस्कराहट का संगीत दिल में भी बजने दिया करो नृत्य नैनों का पुतलियों में भी छपने दिया करो मिलकर प्यार के किस्से सारे सुना दिया करो एक साँस में बुलबुल फ़िर हम चुलबुल पे भी असर इसका पड़ने दिया करो...!!! ©Vivek #बुलबुल #चुलबुल
Shahana Parveen
अभी चुलबुल सी रहने दो यह सब लम्हें सहेजने दो यह तितली पकड़ने दो यह फूल चुनने दो कुछ ख़्वाब बुनने दो सहेली संग शोख़ी करने दो थोड़ा मन मौजी बनने दो दिल में नए अरमान पलने दो क्योंकि यह कहीं और नहीं मिलेगा माँ तुम्हारी यह परछाई तुम्हारी यह सलाह मुझको उस आँगन में नहीं मिलेगी जिसमें मैं ब्याह कर जाउंगी #something_from_heart #चुलबुल #लम्हें #तितली #फूल #ख़्वाब #सहेली #शोख़ी
Kunal Raj
इमरान हाशमी सी हो गई है ज़िंदगी मेरी, एक आ रही है दूसरी जा रही है। समझ नहीं आता गड्डी आगे को है, या ज़िंदगी पीछे को जा रही है। 😂😂😂 चुलबुल #चुलबुल #शायरी #nojoto #nojotohindi
चुलबुल #चुलबुल #शायरी #Nojoto #nojotohindi
read moreAshish kumar
पिता और माँ के आँखों की पुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। घर के चार दिवारों को इक पूरे संसार सा कर दें जो, जेठ दुपहरी सावन भादो, सबको त्योहार सा कर दें जो। छू दें जो इक डोर तो उसको पावन कर दें, आँखों के सूने मौसम को सावन कर दें। राखी के गोटे, रेशम की सुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। आशीष कुमार रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
read moreAshish kumar
पिता और माँ के आँखों की पुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। घर के चार दिवारों को इक पूरे संसार सा कर दें जो, जेठ दुपहरी सावन भादो, सबको त्योहार सा कर दें जो। छू दें जो इक डोर तो उसको पावन कर दें, आँखों के सूने मौसम को सावन कर दें। राखी के गोटे, रेशम की सुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। -आशीष कुमार पिता और माँ के आँखों की पुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। घर के चार दिवारों को इक पूरे संसार सा कर दें जो, जेठ दुपहरी सावन भादो, सबको त्योहार सा कर दें जो।
पिता और माँ के आँखों की पुतलियों सी होती हैं, बहनें तो भई चंचल चुलबुल तितलियों सी होती हैं। घर के चार दिवारों को इक पूरे संसार सा कर दें जो, जेठ दुपहरी सावन भादो, सबको त्योहार सा कर दें जो।
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