Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best ragni Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best ragni Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about sapna and pepsi ragni 260, bhagat singh ki ragni 720, rajbala ki ragni video 590, pinky sharma ki ragni, karampal manju sharma ki ragni,

  • 17 Followers
  • 17 Stories

Anand Kumar Ashodhiya

2 रोटी - नई हरयाणवी रागनी #ragni #हरयाणवी #Haryanvi #कविता

read more

Anand Kumar Ashodhiya

2 रोटी - नई हरयाणवी रागनी #ragni #हरयाणवी #Haryanvi #कविता

read more
2 रोटी - नई हरयाणवी रागनी 


नेक कमाई करिए बन्दे, ना कार कमाइए खोटी ।
चोरी का धन मोरी में जा, खाणी सैं दो रोटी ।।


तूं भी माटी तेरे तन पै माटी, सब माटी बीच समावै सै ।
सब कुछ माटी हो ज्या सै क्यूं, पाप की गठड़ी ठावै सै ।।
किसके लिए कमावै सै या, रिश्वत ले ले मोटी ।।


मैं मैं, मैं मैं, मेरा मेरी, मैं नस नस के म्ह समा गई ।
बेईमानी और अहंकार नै, नस नस के म्ह रमा गई ।।
तेरी बुद्धि पै रू जमा गई, देइ खेल समय नै गोटी ।।


इस काया का के करले जब, आग के बीच धकेली जा ।
जीव आत्मा सौंपी जा सै, के करले महल हवेली का ।।
कुछ बनै ना पिसे धेली का, जब चलै काळ की सोटी ।।


तूं नई योजना त्यार करै, वो पहलमै लिखकै धर रहया सै ।
गुरू पालेराम कै आनन्द शाहपुर, रोज हाजरी भर रहया सै।।
गुरू घणी सहाई कर रहया सै तूं, रच बड्डी या छोटी ।।


कॉपीराइ

©Anand Kumar Ashodhiya 2 रोटी - नई हरयाणवी रागनी #ragni #हरयाणवी #Haryanvi

Colours Of Politics

जो आजादी मिली हमें #ragni #Kafi #कविता

read more

Ak Saini

#ragni #Love

read more

Sombir Veer Ji

#Haryana#ragni nojot💚💚💚💚💚 #nojoindia #Thoughts

read more

Sombir Veer Ji

Pushpendra Singh

L♥️ve loV€fOR€v€R #romance #Romantic #Haryanvi #Haryana #Love #ragni #sureshgola #Goalmusic

read more

Pushpendra Singh

Vikash Chauhan

parveen mati

#देह देह से या दो दिन की कितणा गुमान करें ले यो ज़माना ढूंढ ने से ना मिले हरि अब तो छाण लिया यो समाणा कह लखमीचंद कितणी बार हृदय मै से हरि का ठिकाणा #Thinking #कविता #Haryanvi #deshi #ragni

read more
#देह 

देह से या दो दिन की 
कितणा गुमान करें ले यो ज़माना
ढूंढ ने से ना मिले हरि 
अब तो छाण लिया यो समाणा
कह लखमीचंद कितणी बार
हृदय मै से हरि का ठिकाणा
जीणा मरणा फल कर्मों का
कुछ ना है यो मिलणा-मिलाणा
धूल थी धूल होना पड़ै
राख थी और राख का ए बाणा

प्रवीण माटी

©parveen mati #देह 

देह से या दो दिन की 
कितणा गुमान करें ले यो ज़माना
ढूंढ ने से ना मिले हरि 
अब तो छाण लिया यो समाणा
कह लखमीचंद कितणी बार
हृदय मै से हरि का ठिकाणा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile