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mohit dwivedi
ये नए लोगों का युग है यारों, मतलब दिखा तो रिश्ते जोड़ लिए जातें हैं। मतलब खत्म तो रिश्ते तोड़ दिए जातें हैं। रिश्ते गुलाब की पंखुड़ियों की तरह हो गए हैं, ख़ूबसूरती खत्म होते ही मरोड़ दिए जातें हैं। #मोहित_द्विवेदी #matlab_ke_rishte
#MATLAB_KE_RISHTE #शायरी #मोहित_द्विवेदी
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उसके पतंग की डोर,हमारी पतंग ओर जब बढ़ी। देखा जब उसकी ओर , पतंग दोनों की तब लड़ी। छत पर मच गया सोर, जब नजर से नजर मिली। बढ़ गये इश्क़ की ओर,उसकी चाहत भी है मिली। हवा पलटी दूसरी ओर,फिर उसकी है पतंग कटी। दौड़ी बो पतंग कि ओर, फिर मेरी भी पतंग कटी । देखे हम एक दूजे की ओर,तब डोर इश्क़ की बढ़ी। फिर न दिखा कुछ और , नज़रों से हैं नजरें मिली । #मोहित_द्विवेदी..... मकर संक्रांति {15-01-2020} #उसके_पतंग_की_डोर_हमारी_पतंग_ओर_जब_बढ़ी। देखा जब उसकी ओर , पतंग दोनों की तब लड़ी। छत पर मच गया सोर, जब नजर से नजर मिली। बढ़ गये इश्क़ की ओर,उसकी चाहत भी है मिली। हवा पलटी दूसरी ओर,फिर उसकी है पतंग कटी। दौड़ी बो पतंग कि ओर, फिर मेरी भी पतंग कटी । देखे हम एक दूजे की ओर,तब डोर इश्क़ की बढ़ी। फिर न दिखा कुछ और , नज़रों से हैं नजरें मिली ।
उसके_पतंग_की_डोर_हमारी_पतंग_ओर_जब_बढ़ी। देखा जब उसकी ओर , पतंग दोनों की तब लड़ी। छत पर मच गया सोर, जब नजर से नजर मिली। बढ़ गये इश्क़ की ओर,उसकी चाहत भी है मिली। हवा पलटी दूसरी ओर,फिर उसकी है पतंग कटी। दौड़ी बो पतंग कि ओर, फिर मेरी भी पतंग कटी । देखे हम एक दूजे की ओर,तब डोर इश्क़ की बढ़ी। फिर न दिखा कुछ और , नज़रों से हैं नजरें मिली । #मोहित_द्विवेदी
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उनके हाल ए दिल की महफ़िल में हम खो से गये हैं, मगर अफसोस कि उनको मुझसे बात करने की भी फुरसत नहीं है।। #मोहित_द्विवेदी उनके हाल ए दिल की महफ़िल में खो से गये हैं, मगर अफसोस कि उनको मुझसे बात करने की भी फुरसत नहीं है।। #मोहित_द्विवेदी
उनके हाल ए दिल की महफ़िल में खो से गये हैं, मगर अफसोस कि उनको मुझसे बात करने की भी फुरसत नहीं है।। #मोहित_द्विवेदी #शायरी
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दीप की लो सा चमकता चेहरा तेरा #मोहित_द्विवेदी
दीप की लो सा चमकता चेहरा तेरा #मोहित_द्विवेदी #शायरी #nojotophoto
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बेहद थी उससे मोहब्बत पर बता नहीं सके #मोहित_द्विवेदी
बेहद थी उससे मोहब्बत पर बता नहीं सके #मोहित_द्विवेदी #शायरी #nojotophoto
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तुझपर लिखने को बहोत कुछ है पर, #मोहित_द्विवेदी
तुझपर लिखने को बहोत कुछ है पर, #मोहित_द्विवेदी #शायरी #nojotophoto
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उसे अपनी खूबसूरती का पता तो चल ही गया होगा #मोहित_द्विवेदी
उसे अपनी खूबसूरती का पता तो चल ही गया होगा #मोहित_द्विवेदी #शायरी #nojotophoto
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तुम्हारे लिए क्या गीत क्या ग़ज़ल लिखूँ #मोहित_द्विवेदी
तुम्हारे लिए क्या गीत क्या ग़ज़ल लिखूँ #मोहित_द्विवेदी #शायरी #nojotophoto
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ये सर्द सुनहरी सुबह है, और सर्द भरी सुबह में सूरज का आना अच्छा लगा। चिड़िया चहकी , कोयल का गाना अच्छा लगा। अम्बर में उड़ती,कटती ,लहराती कई पतंगे देखी, खेतों में गेहूँ ओ सरसों का लहराना अच्छा लगा। प्रातः से पहले उमड़ उमड़ कर जो बादल गरजे, फिर बो छड़ भर बारिश का आना अच्छा लगा। #मोहित_द्विवेदी.. 02-01-2020... सर्द भरी सुबह में सूरज का आना अच्छा लगा। चिड़िया चहकी , कोयल का गाना अच्छा लगा। अम्बर में उड़ती,कटती ,लहराती कई पतंगे देखी, खेतों में गेहूँ ओ सरसों का लहराना अच्छा लगा। प्रातः से पहले उमड़ उमड़ कर जो बादल गरजे, फिर बो छड़ भर बारिश का आना अच्छा लगा #मोहित_द्विवेदी
सर्द भरी सुबह में सूरज का आना अच्छा लगा। चिड़िया चहकी , कोयल का गाना अच्छा लगा। अम्बर में उड़ती,कटती ,लहराती कई पतंगे देखी, खेतों में गेहूँ ओ सरसों का लहराना अच्छा लगा। प्रातः से पहले उमड़ उमड़ कर जो बादल गरजे, फिर बो छड़ भर बारिश का आना अच्छा लगा #मोहित_द्विवेदी
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आखिरी वर्ष दोस्तों के साथ है स्कूल में. इसलिए दोस्तों के लिए कुछ पंक्तियाँ... तुम्हारी दोस्ती को हम यूँ तो न भूल पाएँगे। तुम्हारे संग बीते हर पल मुझे याद आएँगे। तुम्हारा प्यार हो, या फिर हो बो लड़ाई जिसमें दिखती थी दिलो की गहराई। पीछे बैठकर बो जोक सुनाना, दूसरे को फसाकर खुद का मुस्काना। इन पलों को यूँ तो न भूल पाएँगे तुम्हारे संग बीते हर पल मुझे याद आएँगे। #मोहित_द्विवेदी... आखिरी वर्ष दोस्तों के साथ है स्कूल में. इसलिए दोस्तों के लिए कुछ पंक्तियाँ... तुम्हारी दोस्ती को हम यूँ तो न भूल पाएँगे। तुम्हारे संग बीते हर पल मुझे याद आएँगे। तुम्हारा प्यार हो, या फिर हो बो लड़ाई जिसमें दिखती थी दिलो की गहराई।
आखिरी वर्ष दोस्तों के साथ है स्कूल में. इसलिए दोस्तों के लिए कुछ पंक्तियाँ... तुम्हारी दोस्ती को हम यूँ तो न भूल पाएँगे। तुम्हारे संग बीते हर पल मुझे याद आएँगे। तुम्हारा प्यार हो, या फिर हो बो लड़ाई जिसमें दिखती थी दिलो की गहराई। #मोहित_द्विवेदी
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