Find the Best गुंजाइश Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about गुंजाइश कुमार, गुंजाइश,
Rabindra Kumar Ram
" मैं ख़्यालो की नुमाइश लिये बैठे हैं बात ज़रा कुछ भी नहीं , गुंजाइश जो भी हो सो हो इस अदब से तेरी तन्हाई की सरगोशी लिये बैठे हैं , वो शामें वफ़ा मुश्किलात तो हैं ही तेरे बिन इस अंजुमन में , तुझसे पुछे बगैर तुझसे मुहब्बत की जुर्म किये बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " मैं ख़्यालो की नुमाइश लिये बैठे हैं बात ज़रा कुछ भी नहीं , गुंजाइश जो भी हो सो हो इस अदब से तेरी तन्हाई की सरगोशी लिये बैठे हैं , वो शामें वफ़ा मुश्किलात तो हैं ही तेरे बिन इस अंजुमन में , तुझसे पुछे बगैर तुझसे मुहब्बत की जुर्म किये बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम #नुमाइश #ज़रा #गुंजाइश #सरगोशी #वफ़ा #अंजुमन #मुहब्बत #जुर्म
" मैं ख़्यालो की नुमाइश लिये बैठे हैं बात ज़रा कुछ भी नहीं , गुंजाइश जो भी हो सो हो इस अदब से तेरी तन्हाई की सरगोशी लिये बैठे हैं , वो शामें वफ़ा मुश्किलात तो हैं ही तेरे बिन इस अंजुमन में , तुझसे पुछे बगैर तुझसे मुहब्बत की जुर्म किये बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम #नुमाइश #ज़रा #गुंजाइश #सरगोशी #वफ़ा #अंजुमन #मुहब्बत #जुर्म #शायरी
read moreRabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** फ़ुर्क़त *** " आज इक दफा उस से मुलाकात हुई , फ़ुर्क़ते हयाते-ए-ज़िक्र अब जो भी हो सो हो , मुहब्बत में बचे शिकवे शिकायतें आज भी हैं , आज उसे इक दफा गले लगाने को दिल कर रहा हैं , फकत अंजुमन कुछ भी तो कुछ बात बने , फ़ुर्क़त में उसे दाटने को जि कर रहा है , क्या समझाये की अब मुहब्बत नहीं हैं तुझसे , फकत तुझे महज़ इक याद की तरह रखी , तेरी तस्वीर आज भी इक पास रखी हैं , फिर जो कहीं मुहब्बत और नफ़रत की गुंजाइश हो तो याद करना , आखिर हम रक़ीबों से दिल लगा के आखिर करते क्या . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** फ़ुर्क़त *** " आज इक दफा उस से मुलाकात हुई , फ़ुर्क़ते हयाते-ए-ज़िक्र अब जो भी हो सो हो , मुहब्बत में बचे शिकवे शिकायतें आज भी हैं , आज उसे इक दफा गले लगाने को दिल कर रहा हैं , फकत अंजुमन कुछ भी तो कुछ बात बने ,
Rabindra Kumar Ram
" फ़कत ये है नहीं होता कि तुमसे कुछ बातें करते हम , मेरे ज़िक्र से रुसवाईयां ताउम्र यूं तुम रखोगे , जहां तक लगें चाहना तुम बेसबब कहीं बिछड़ जाना तुम, जहां तक दिल को ज़िक्र गुंजाइश मंज़ूर ना लगे . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " फ़कत ये है नहीं होता कि तुमसे कुछ बातें करते हम , मेरे ज़िक्र से रुसवाईयां ताउम्र यूं तुम रखोगे , जहां तक लगें चाहना तुम बेसबब कहीं बिछड़ जाना तुम, जहां तक दिल को ज़िक्र गुंजाइश मंज़ूर ना लगे . " --- रबिन्द्र राम #फ़कत #ज़िक्र #रुसवाईयां #बेसबब #ज़िक्र #गुंजाइश #मंज़ूर
अर्पिता
चलो मिलने जितनी गुंजाइश तो रखी तुमनें, वरना मेरा तो भरोसा ही उठ जाता कुछ बातों से.... ©अर्पिता #गुंजाइश
Rabindra Kumar Ram
" कैसे तिजारत कर लूं मैं मुहब्बत में , उन्हें सोच के ही सकुन बहुत मिलता हैं , वो चाहे ना चाहे मुहब्बत में नफ़रत की गुंजाइश कुछ भी हो , व्यापार मुहब्बत का अपनी जगह नफ़रत अपनी जगह पे कायम हैं ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " कैसे तिजारत कर लूं मैं मुहब्बत में , उन्हें सोच के ही सकुन बहुत मिलता हैं , वो चाहे ना चाहे मुहब्बत में नफ़रत की गुंजाइश कुछ भी हो , व्यापार मुहब्बत का अपनी जगह नफ़रत अपनी जगह पे कायम हैं ." --- रबिन्द्र राम #तिजारत #सकुन #मुहब्बत #गुंजाइश #व्यापार #मुहब्ब #नफ़रत #कायम
Rabindra Kumar Ram
" ये फ़ैज़ तेरी हैं एहसास लिये बैठे हैं , मुख्तलिफ बातों में अब तेरी बातें लिये बैठे हैं , गुंजाइश कुछ भी हो आज नहीं तो कल मुकम्मल हो जायेंगी कुछ ना कुछ , जाने ये दुआ कब काम आयेगी एसे में तेरे इश्क मुहब्बत का सजदा करने बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " ये फ़ैज़ तेरी हैं एहसास लिये बैठे हैं , मुख्तलिफ बातों में अब तेरी बातें लिये बैठे हैं , गुंजाइश कुछ भी हो आज नहीं तो कल मुकम्मल हो जायेंगी कुछ ना कुछ , जाने ये दुआ कब काम आयेगी एसे में तेरे इश्क मुहब्बत का सजदा करने बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम #फ़ैज़ #मुख्तलिफ #गुंजाइश #मुकम्मल #दुआ #इश्क #मुहब्बत #सजदा
" ये फ़ैज़ तेरी हैं एहसास लिये बैठे हैं , मुख्तलिफ बातों में अब तेरी बातें लिये बैठे हैं , गुंजाइश कुछ भी हो आज नहीं तो कल मुकम्मल हो जायेंगी कुछ ना कुछ , जाने ये दुआ कब काम आयेगी एसे में तेरे इश्क मुहब्बत का सजदा करने बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम #फ़ैज़ #मुख्तलिफ #गुंजाइश #मुकम्मल #दुआ #इश्क #मुहब्बत #सजदा #शायरी
read moreRabindra Kumar Ram
" तुझे भूलाने को अभी वक्त , जमाने और लगेंगे , यूं याद वेबजह शामे मुशायरों जो तुम्हें कर लेते हैं , रक़ीब का ख़्याल की ख़्याल की गुंजाइश कुछ भी नहीं , बात तो हैं वेबजह पर अभी बात कुछ भी नहीं ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " तुझे भूलाने को अभी वक्त , जमाने और लगेंगे , यूं याद वेबजह शामे मुशायरों जो तुम्हें कर लेते हैं , रक़ीब का ख़्याल की ख़्याल की गुंजाइश कुछ भी नहीं , बात तो हैं वेबजह पर अभी बात कुछ भी नहीं ." --- रबिन्द्र राम #याद #वेबजह #मुशायरों
नेहा
गुंजाइश तो रहती है, रूठे को मनाने की, पराये को अपनाने की, 'नेह' को निभाने की, दिल में जगह बनाने की, सच्चे मन की कोशिश कहती है, गुंजाइश तो रहती है। हम मानें या ना मानें गुंजाइश तो रहती है। #गुंजाइश #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami
हम मानें या ना मानें गुंजाइश तो रहती है। #गुंजाइश #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami
read moreRabindra Kumar Ram
" मैं और तुम मिलेंगे इस ख़्याल से की , अब भी कुछ ख़्याल की गुंजाइश बाकी हैं , राब्ता करें तो करें कैसे इस शहर में , अभी हमारे जान-पहजान की नुमाइश बाकी है . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " मैं और तुम मिलेंगे इस ख़्याल से की , अब भी कुछ ख़्याल की गुंजाइश बाकी हैं , राब्ता करें तो करें कैसे इस शहर में , अभी हमारे जान-पहजान की नुमाइश बाकी है . " --- रबिन्द्र राम #ख़्याल #गुंजाइश #राब्ता
Rabindra Kumar Ram
" कोई ख्याल यूं ही जया कर रहे हैं , बात कुछ भी नहीं की मेरे दिद में तेरी गुंजाइश मुसलसल हैं , वेशक ना मिले ये राहें वफा उस मोड़ तक , जब तक का साथ उस कारवां का हमसफ़र होकर जायेंगे. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " कोई ख्याल यूं ही जया कर रहे हैं , बात कुछ भी नहीं की मेरे दिद में तेरी गुंजाइश मुसलसल हैं , वेशक ना मिले ये राहें वफा उस मोड़ तक , जब तक का साथ उस कारवां का हमसफ़र होकर जायेंगे. " --- रबिन्द्र राम #ख्याल #गुंजाइश #राहें #कारवां #हमसफ़र