Find the Best अधिकारों Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about अल्पसंख्यकों के अधिकारों का महत्व,
Panchdoot
पत्रिका के आगामी अंक के लिए ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु... 1. 'हम और हमारे अधिकार' मैगजीन का शीर्षक है। जिसमें आप भारतीय नागरिक के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में मिले अधिकारों के बारें में लिख सकते हैं। ध्यान दे, आप केवल एक क्षेत्र और उसके अधिकारों के बारें लिखें। सभी अधिकारों को एक लेख में वर्णित न करें। 2. सही तथ्यों और नई जानकारियों के साथ लिखें। 3. लेख की शब्दसीमा 1500 से अधिक रखी गई है। 4. यदि आप आगामी अंक में लिखने के इच्छुक हैं तो नीचे दिए ईमेल पते पर अपना विषय और अंतिम तारीख दोनो
पत्रिका के आगामी अंक के लिए ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु... 1. 'हम और हमारे अधिकार' मैगजीन का शीर्षक है। जिसमें आप भारतीय नागरिक के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में मिले अधिकारों के बारें में लिख सकते हैं। ध्यान दे, आप केवल एक क्षेत्र और उसके अधिकारों के बारें लिखें। सभी अधिकारों को एक लेख में वर्णित न करें। 2. सही तथ्यों और नई जानकारियों के साथ लिखें। 3. लेख की शब्दसीमा 1500 से अधिक रखी गई है। 4. यदि आप आगामी अंक में लिखने के इच्छुक हैं तो नीचे दिए ईमेल पते पर अपना विषय और अंतिम तारीख दोनो #Article #Hindi #citizen #writingchallenge #nojotophoto #Rights #indiansociety #hindistories #Mobility #magazine_cover #righttochoose #magazinedesign #magazinetopic #right2education #indian_ #mera_desh_mahan #hindilekhen #writedilse #writingplatform #hindimagazine
read moreSahil Bhardwaj
संस्कार और संस्कृति की जो धरती है ऐसे भारत को मैंने जाना है, विविधता में एकता है भाई भाई हर हिंदू हर मुसलमान है ऐसे भारत को ही आज़ाद मैंने माना है... Happy Independence Day Guys 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 A different meaning of aazadi in Caption...... 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
Happy Independence Day Guys 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 A different meaning of aazadi in Caption...... 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ #Poetry #IndependenceDay #कविता #nojotohindi #आजादी #स्वतंत्रतादिवस #sahilbhardwaj #independencewish
read moreShubham Tripathi
गला घोंट दिया अरमानों का, अरमानों के ही खातिर तुमने सालों का प्रेम त्याग दिया, क्षणिक प्यार के खातिर तुमने तोड़ दिए वो सारे बंधन,मर्यादा और आस की लाज गंवा दी, बापू के पगड़ी और विस्वास की बचपन में जब रोती थी, तब बापू ही पुचकारा करते खुद के लिए नहीं कुछ करते,पर तेरे हर दुःख को हरते माता ने भी खूब कष्ट उठाये,उनके भी कुछ ख्वाब थे वो गीले में सोई सालों, सूखे में तो आप थे लात लगा दी उस अहंकार को, बापू को जो था तुममे अधिकारों का हनन कर लिया, अधिकारों के खातिर तुमने गला घोंट दिया अरमानों का, अरमानों के ही खातिर तुमने कलयुगी बेटी
कलयुगी बेटी
read moreShubham Tripathi
गला घोंट दिया अरमानों का, अरमानों के ही खातिर तुमने सालों का प्रेम त्याग दिया, क्षणिक प्यार के खातिर तुमने तोड़ दिए वो सारे बंधन,मर्यादा और आस की लाज गंवा दी, बापू के पगड़ी और विस्वास की बचपन में जब रोती थी, तब बापू ही पुचकारा करते खुद के लिए नहीं कुछ करते,पर तेरे हर दुःख को हरते माता ने भी खूब कष्ट उठाये,उनके भी कुछ ख्वाब थे वो गीले में सोई सालों, सूखे में तो आप थे
गला घोंट दिया अरमानों का, अरमानों के ही खातिर तुमने सालों का प्रेम त्याग दिया, क्षणिक प्यार के खातिर तुमने तोड़ दिए वो सारे बंधन,मर्यादा और आस की लाज गंवा दी, बापू के पगड़ी और विस्वास की बचपन में जब रोती थी, तब बापू ही पुचकारा करते खुद के लिए नहीं कुछ करते,पर तेरे हर दुःख को हरते माता ने भी खूब कष्ट उठाये,उनके भी कुछ ख्वाब थे वो गीले में सोई सालों, सूखे में तो आप थे
read moreJuhi Saini
सदियों से चली आ रही रूढ़िवादी प्रथा को तोडना है ! स्त्रीयो के हक़ के लिए लड़ना हैं, स्त्री एक ऐसी जाति जिसे मर्यादाओं, गरिमाओं में जकड़ कर रखा जाता हैं स्त्री को घर की इज्जत के नाम पर अधिकारों से वांछित रखा जाता हैं क्यों एक पीहर मे बेटी को इज्जत की तोहीम देकर, उसे आगे बढ़ने से रोका जाता हैं वही दूसरी ओर सुसराल, क्यों बहु को आज़ादी देने से घबराता हैं? समाज में एक स्त्री की पहचान उसके पिता, भाई, पति और पुत्र से ही क्यों की जाती हैं, जो स्त्री एक पुरुष को समाज में लाती हैं, चलना, खेलना, और समाज में हालातों का सामना करना सिखाती हैं वही स्त्री समाज में अपनी पहचान खो देती हैं. एक पुरुष की पहचान स्त्री से होनी चाहिए, लेकिन ये तो एक पुरुष प्रधान समाज हैं. यहाँ स्त्री सिर्फ वस्तु......... एक पुरुष जो एक स्त्री से प्रेम करता हैं वही पुरुष, उसे समाज के आगे अपनाने से हिचकिचाता हैं उसे कलंक, कुल्छणी और चरित्रहीन कह कर बुलाता हैं. हाँ, ये पुरुष प्रधान समाज ही तो हैं जो विवाह के लिए स्त्री को ढूंढता हैं और दूसरी ओर अपनी अजन्मी बेटी को कोख में मरवाता हैं. हाँ ये पुरुष प्रधान समाज समाज ही तो हैं जो अपनी माँ, बहन को घर की लाज की नज़र तो, पराई स्त्री को भोग की नज़र से देखता हैं. क्यों एक स्त्री को देह मात्र समझा जाता हैं? क्यों एक पुरुष, एक स्त्री को अपनी निजी संपत्ति समझ उसका शोषण करता हैं? ये कैसा पुरुष प्रधान समाज हैं जहाँ एक तरफ़ दुर्गा माँ को देवी के रूप में पूजा जाता हैं वही दूसरी ओर एक स्त्री के साथ बलात्कार,भ्रूणहत्या, घरेलुहिंसा उत्पीड़न किया जाता हैं. आख़िर क्यों इस समाज में एक स्त्री को कौमार्य के आधार पर पवित्र ओर अपवित्र की श्रेणी में रखा जाता हैं? क्यों एक स्त्री लोगो की इच्छानुसार चले तो संस्कारी कहलाती हैं, अगर वही स्त्री अपनी स्वतंत्रता ओर अधिकारों के लिए आवाज उठाये तो चरित्रहीन कहलाने लगती हैं? ये कैसा समाज हैं जहाँ एक स्त्री को अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता हैं ! जूही... #NojotoQuote
Umang Ek Nayi Pahal
# अपने हक की लडा़ई .......✍️ -निकिता रघुवंशी ......... लड़ेंगे -लड़ेंगे हम सब मिलकर लड़ेंगे , अपने अधिकारों की हम रक्षा करेंगे । क्यों हर बार सिर्फ लड़की को सुनाया जाता है , गलती हो चाहे किसी की भी क्यों उसे रूलाया जाता है । ज़बाब मांगने पर क्यों फिर सबके सब चुप हो जाते हैं , गर बारी हो जो सुनाने की फिर क्यों झुंड बनाकर आते हैं । अब न हमें इस दुनिया से झूठी उम्मीद लगाना है , परेशानी हो गर जो भी हमें मिलकर ही सुलझाना है ।
लड़ेंगे -लड़ेंगे हम सब मिलकर लड़ेंगे , अपने अधिकारों की हम रक्षा करेंगे । क्यों हर बार सिर्फ लड़की को सुनाया जाता है , गलती हो चाहे किसी की भी क्यों उसे रूलाया जाता है । ज़बाब मांगने पर क्यों फिर सबके सब चुप हो जाते हैं , गर बारी हो जो सुनाने की फिर क्यों झुंड बनाकर आते हैं । अब न हमें इस दुनिया से झूठी उम्मीद लगाना है , परेशानी हो गर जो भी हमें मिलकर ही सुलझाना है ।
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited