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Stories related to ऊर्जावान कविता

    LatestPopularVideo

Amit Saini

हमेशा मुस्कुराते रहो 
 प्रेम के दीप जलाते रहो 
छोड़ दो गम का रास्ता 
आए हो इस जिंदगी में
 कुछ करने के लिए 
फिर से उन सपनों मे 
रंग भरने के लिए #feeling_loved  
#पॉजिटिव रहो 
#ऊर्जावान रहो

dheeraj

देश के ऊर्जावान युवाओ को प्रेरित करती यह कविता☺☺

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शीर्षक- "उपवन का वो संकल्पी वृक्ष"

"उपवन का संकल्पी वृक्ष,हरियाली रंगो से निखरा ।
परोपकार ही कार्य है,पतझड़ समक्ष टूटकर बिखरा।।

जो विचलित होता सोचकर,उस श्मशान वृक्ष को।
रंगत हो चाहे ना हो,काम आता  दूसरो को जलाने को।

काम   न था यह संकल्पी वृक्ष का,जो घिरा जरूर था अभावो से।
परोपकार ही धर्म उसका,उठकर खड़ा होगा अपनी बाजुओ से।।

विश्वास रखा उस वंसत पर,समय लगा पर आया जरूर।
संकेत हुआ अपनी ऊर्जा का,पतझड़ी तूफान का उतरा गुरूर।।

किनारे न मिल पाये यदि,जीवन बन गया हो बिंदु।
हो अटल विश्वास यदि, किनारा नही लांघ पायेगा सिंधु।।"
 
- धीरज कुमार गोस्वामी देश के ऊर्जावान युवाओ को प्रेरित करती यह कविता☺☺

Kishan Gupta

किचन की रानी, तू पसीने से लतपत, 
पंखा बना, मुझे घुमाये जा रही हो,, 
 
चाय कब तक यूँ ही, फीकी पिलाओगी,
इलायची के इंतजार में, अदरक पीसे जा रही हो।

                                          ~किशन गुप्ता #कविता #कविता #

vijaysinh

#कविता #क़लम कविता

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writing quotes in hindi  मन पीढ़ा से बैचेन हो जाता है,

तब जा के क़लम कागज स्याही रोता है।

क़लम खुद का नहीं,औरों का  दुख 

रोता हैं।

हर पन्ने पर क्रांति की बीज बोता है।

दुनिया में सब से ज्यादा दुखी  क़लम हैं,

हर वक़्त खून के आंसू रोता है,

खून रूपांतर चंद लकीरों में होता है।

अब लोक उसे अल्फ़ाज़ समजते हैं

पर वह अल्फ़ाज़ नहीं लब होते हैं

जो क़लम के दिलसे निकले होते है। #कविता 
#क़लम कविता

Madhuri Chavan

मस्त कविताकविता

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VIKY KIWI

कविता पर कविता

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Shankar kamble

#जागतिक कविता दीन #कविता #कविता म्हणजे #Technology

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vijaysinh

#कविता #विरह कविता #viral

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सुरुवातीला स्वप्नात यायची ,
 स्वप्नात देखील स्वप्ने दाखवायची
मग सगळे भारी भारी वाटायचे
अंधार पण उजेड दाखवायचा
कडू पण गोड जाणवायच
पहाट पण रात्र जाणवायची
बरे ना वाटणे देखील बरे वाटायचे
एवढ्या आयुष्यात जीवन दिसायचे
मला वाटे मलाच होतंय हे सगळे,
        पण नाही

गावात बऱ्याच जणांना असे होत होते,
आम्ही सावरू लागलो स्वतःला
           आता काय ...काय..काय

उशाला सळुता घेवून झोपतो #कविता
#विरह कविता
#viral

सौ.अलका माईणकर

#मराठी कवितामाझी कविता

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vijaysinh

# कविता हिंदी कविता # viral

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नशीली आंखों की गहराई देखने गए हम,

डूब गए गहराई में हम,

जब पलके झुकाई उ सने

सो गए हम # कविता 
#हिंदी कविता
# viral
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