Find the Latest Status about गीत होली गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गीत होली गीत.
Kartik Pratap
जब रात ढले लिखना हो कोई गीत तब मत लिखना अपने दिलदार को लिख देना कोई नज़्म जिसमे इंसान, इंसान ही नज़र आए लिख देना अपनी सारी पर्तें खंगाल कर कुछ अटरम-सटरम बिखेर देना खुद को उस गीत में इस तरह कि बस जैसे लिखा जा रहा हो दुनिया का आखिरी गीत #NojotoQuote आखिरी गीत #गीत
आखिरी गीत #गीत
read moreAnjali Ansh
कैसे खेलूं होली पिया बिन मोहे लाल गुलाल न सुहाये चुनरिया लिपटी जाये कैसे खेलूं होली पिया बिन तुझ बिन मोहे रंग न भाये अधर सूख पाती बन जाये आंखें बस तेरी राह तकी जाये अश्रुधार अविरल बहे जाये कैसे खेलूं होली पिया बिन तुझ बिन मोहे रंग न भाये हदय स्पंदन अब मद्धम होये हस्त कंपकंपा जाये राह तक अंखियां थक थक जाये कैसे खेलूं होली पिया बिन तुझ बिन मोहे रंग न भाये सूरज उजियारा न फैलाये चांदनिया डस डस जाये भभूत मल बस बैठूं मैं कैसे खेलूं होली पिया बिन तुझ बिन मोहे रंग न भाये -Anjali A होली #होली
होली #होली
read moreSinger Anup Tiwari
इस होली गीत को सुनिए और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें!! https://youtu.be/3S0Hr0yQLY4
read morePoonam Aggarwal'मीता'
होली की शुभकामनायें दिल से दिल का मिलन रंगों से रंगों का मिलन बरसायें गुलाल की पिचकारी इस नफरत की दुनिया मे खुशियों का त्योहार आया है सजाएं रंगों का साज हर एक द्वारे होली है होली #NojotoQuote #होली है होली
#होली है होली
read moreकवि आर डी उपाध्याय
चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी । जैसे कान्हा बिन राधा जी रही। वैसे मैं जी रहा हु तुम्हारे बिना।। जैसे बिन बाती के मोम जल रहा। वैसे मैं जल रहा हु तुम्हारे बिना।। तुम किसी और से दिल लगा पाओगी। चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी।। गीत
गीत
read moreकवि आर डी उपाध्याय
हम रंग में ही घुल ना पाये। दो रंग कभी ना बन पाये। हम आँखों मे घुलना चाहे। हम अश्क यहाँ बनना चाहे।। सुख दुख में हरपल साथ रहे। रोने हँसने पर साथ बहे।। हर पीर में साथ निभाएंगे। खुशियों पर तो मुस्कानयेंगे।। हम दवा यहाँ बनना चाहे। हम अश्क यहाँ बनना चाहे।। जीवन को दर्द बना दे जो। खुद ही को फर्द बना दे जो।। वो प्रेम नही करना मुझको।। मुझको बेदर्द बना दे जो।। हम दुआ यहां बनना चाहे। हम अश्क यहाँ बनना चाहे।। गीत
गीत
read moreकवि आर डी उपाध्याय
ये तो इस मुल्क का चमन बेच देंगे। लाशो का ये तो कफ़न बेच देंगे।। सत्ता की खातिर ये कुछ भी करेंगे।। जरूरत पड़ेगी वतन बेच देंगे।। भारत का फिर से सौदा करेंगे। अगर आ गए तो टुकड़े करेंगे।। गांधी नाम का लेकर सहारा। सत्ता के ये बने है आवारा। समंदर की ये लहर बेच देंगे। जरूरत पड़ी तो वतन बेच देंगे।। गीत
गीत
read moreकवि आर डी उपाध्याय
आवारा हु या किसी का प्यार हु। पागल हु या किसी का इंतजार हु।। दुनिया की निगाहों में कुछ भी हु। किसी की निगाहों का श्रृंगार हु।। किसी का प्यार हूँ हा मैं प्यार हूँ।। गीत
गीत
read moreकवि आर डी उपाध्याय
चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी । जैसे कान्हा बिन राधा जी रही। वैसे मैं जी रहा हु तुम्हारे बिना।। जैसे बिन बाती के मोम जल रहा। वैसे मैं जल रहा हु तुम्हारे बिना।। तुम किसी और से दिल लगा पाओगी। चाह कर भी मुझे तुम भुला पाओगी।। शाम से भी हसीन सुबह हो गयी। प्यार में तो कही कुछ कमी हो गयी।। ये बन्धन दिलो का टूटने लगा। साथ तेरा जो मुझसे छूटने लगा। छोड़ कर तुम मुझे अब कहाँ जाओगी। चाह कर तुम मुझे भूला पाओगी।। गीत
गीत
read more