Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best “सकारात्मकता” Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best “सकारात्मकता” Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about

  • 3 Followers
  • 13 Stories

Deepa Didi Prajapati

#“सकारात्मकता” #विचार

read more

Nirupama Mishra

#“सकारात्मकता” #“श्रेष्ठता #खुशियां #विचार

read more

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“23/3/2022”*📚 📘 *“बुधवार”*🌟 #“आसन” #“आश्वासन”... #Thoughts #jai_hind #Shaheedi_diwas #“सकारात्मकता” #“उचित #“सहयोग” #“कठीन #“वियोग #“आवश्यक

read more
*✍🏻“सुविचार"*📝 
🖊️*“23/3/2022”*📚 
📘*“बुधवार”*🌟 

सबसे महत्वपूर्ण “आसन” “आश्वासन”...
“स्वयं” को “आश्वस्ति” करते रहिए 
कि मैं हूँ सब “ठीक” होगा, ये “आश्वासन”
जो “जीवन” में आपको ऐसी “सकारात्मकता” देगा 
जो बड़ी से बड़ी “दुविधा” का “अंत” कर सकते है,
यदि बात कि जाए सबसे “कठीन योग” की
 तो वो है “वियोग( दुःख)”...
जो “माता सीता” को भी सहना पड़ा “श्रीराम” के लिए,“राधा कृष्ण” को भी सहना पड़ा,
जो “व्यक्ति” “वियोग” से चलकर “उचित मार्ग” पर आ जाए वो “जीवन” में एक अत्यंत 
“श्रेष्ठ स्थान” पर अवश्य पहुंचेगा...
और यदि बात की जाए सबसे “महत्वपूर्ण”
 और सबसे “आवश्यक योग” की तो वो है “सहयोग”...
सबका “सहयोग” करते जाइए आप जितनो का भी “सहयोग” करके उन्हें “आनंद” दे सकते है
 उतना ही “आनंदित” आपका जीवन भी रहेगा...
*“अतुल शर्मा”*✍🏻

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 
🖊️ *“23/3/2022”*📚 
📘 *“बुधवार”*🌟 

#“आसन” 

#“आश्वासन”...

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“12/12/2021”*📚 🖋️ *“रविवार”* 🌟 *#“व्यक्ति”* *#“अच्छा जीवन”* #Thoughts #“श्रेष्ठ #“सकारात्मकता” #“विशेष” #“महत्वपूर्ण #“भीतर #“निवास #“देवता #“मिटाना” #“मुक्ति

read more
*✍🏻“सुविचार"*📝 
📘*“12/12/2021”*📚
🖋️*“रविवार”* 🌟

हर एक “व्यक्ति” एक “अच्छा जीवन” चाहता है,
किंतु एक “अच्छे जीवन” का “महत्वपूर्ण पहलू” क्या है ?
“निवास स्थान”,
वो स्थान जहां हम “जीवन” व्यतीत करते है,
“संत”,“ज्ञानी” और “पंडितजन” 
इन सबका “निवास स्थान” अत्यंत “विशेष” होता है,
यहां एक विशेष प्रकार की “सकारात्मकता” होती है,
ये एक ऐसा “स्थान” होता है
 जहां “देवता” भी “रमण” करते है,
देखिए “जीवन” हम सभी जीते है 
किंतु जीवन का “उद्देश्य” केवल जीवन जीना नहीं है,
“जीवन का उद्देश्य” है मुक्ति पाना,
ये सब “संत”,“ज्ञानी” और “पंडितजन” 
ये सब आपको “मुक्ति” तक पहुंचा सकते है,
क्योंकि ये वो “महापुरुष” है जिन्होंने अपने “भीतर के विकार” “अहंकार”,“क्रोध”,“द्वेष” सभी “दुर्गुणों” को मिटा दिया है,इन पर “विजय” प्राप्त कर ली है, 
केवल ऐसा ही “व्यक्ति” आपको “मुक्ति के मार्ग” तक पहुंचा सकता है,आवश्यकता है तो इन्हें पहचानने की,
इनकी बात समझने की और इनके मार्ग पर चलने की, 
यदि आप ये सब करोगे तो आप एक “श्रेष्ठ” और “आनंदित” जीवन व्यतीत करोगे और 
जीवन में “मुक्ति के मार्ग” पर अवश्य “पहुंच” जाओगे...
*✍🏻“अतुल शर्मा*

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 
📘 *“12/12/2021”*📚
🖋️ *“रविवार”* 🌟

*#“व्यक्ति”* 

*#“अच्छा जीवन”*

Atul Sharma

*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“15/11/2021”*📝 ✨ *“सोमवार”*🌟 *#“जीवन”* *#“विजय”* #“प्रेम” #“सकारात्मकता” #“मार्ग” #“अच्छी #“शत्रु” #“पराजय” #“शक्तिशाली” #“भीतर

read more
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘*“15/11/2021”*📝
✨*“सोमवार”*🌟

“जीवन” में ये जानना अति आवश्यक है,
जैसे कि “पराजय की बात” की जाए,
जब भी हमें “पराजय” मिलती है 
हम सोचने लगते है कि ऐसा क्यों हुआ ?
क्या हमारा “शत्रु” कई अधिक “शक्तिशाली” था 
या हमारी “नीति” में कोई कमी थी,
इन सभी कारणों के पीछे एक बहुत बड़ा कारण होता है,
और वो कारण हमारे ही भीतर छिपा होता है,
मान लिजिए कि आप एक “मार्ग” पर चल रहे है,
वो मार्ग “कंकड़ो” से भरा है लेकिन आपने “चप्पले” पहन रखी है,आप चलकर आगे चले जाते है,
अब ऐसा “मार्ग” आता है जो “पुष्पों से भरा” है आपने “चप्पले” पहन रखी है फिर भी आपकी चप्पलों में एक “कंकड़” आ जाता है,तब दो “कदम” चलना भी “कठिन” हो जाता है, इस “संसार” की “बाहरी शक्ति” आपको “परास्त” करने से पूर्व आपके “भीतर की दुर्बलता” आपको “परास्त” कर देती है,
आपके भीतर छुपे ये “शत्रु”, इसलिए “सकारात्मकता” इतनी महत्वपूर्ण हो जाती है,“अच्छे लोगों” के साथ रहिए,“अच्छी संगत” में रहिए,“मित्रता” किजिए,
“प्रेम” किजिए,ये “प्रेम” अत्यंत शक्तिशाली कवच है...
 *“अतुल शर्मा”🖋️📝*

©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 
📘 *“15/11/2021”*📝
✨ *“सोमवार”*🌟

*#“जीवन”* 

*#“विजय”*

Atul Sharma

_*📝“सुविचार"*📝_ _🖊️*“21/8/2021”*🖋️_ 🌥️ _*“शनिवार”*_🌥️ #“सरोवर” #“जल” #“मनुष्य” #“प्रेम” #“सकारात्मकता” #“धैर्य” #“शान्त” #“कंकड़” #“शांत”

read more
_*📝“सुविचार"*📝_ 
_🖊️*“21/8/2021”*🖋️_
🌧️*“शनिवार”*🌧️

आप किसी “सरोवर” में देखिए
 जिसका “जल शान्त” है,“स्थिर” है
आप स्पष्ट रूप से देख सकते है
 कि उसके “तल” में क्या है ?
उसमें तैरने वाली सुंदर “मछलियां”,“चमकते हुए पत्थर”,“सुनहरी रेत” सबकुछ आप देख सकते है,
किंतु अगर कोई छोटा सा “कंकड़” उठा कर यदि उसी “जल” में डाल दो,तो जल विचलित हो जाता है और उसकी स्पष्टता न्यूनतम हो जाती है,
तत्पश्चात कुछ भी स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता,
यहीं बात “मनुष्यों” के साथ भी है 
“मनुष्य” यदि विचलित हो जाए तो वो समझ नहीं पाता,
“वर्तमान” में क्या हो रहा है
 और “भविष्य” में क्या करना चाहिए,
किंतु यदि वहीं “मनुष्य” शांत रहे,
स्थिर रहे,“सकारात्मक” रहे,
तो निश्चित रूप से वो समझ पाएगा
 कि “वर्तमान” में क्या करना 
और “भविष्य” में क्या करना है,
तो स्वयं में वो “स्थिरता” लाइए,
वो “धैर्य” रखिए और “स्वयं” को “शांत” रखिए और सब में “प्रेम” बांटते रहिए,“आंनद” की अनुभूति अवश्य होगी,
_*अतुल शर्मा🖋️📝*_

©Atul Sharma _*📝“सुविचार"*📝_ 
_🖊️*“21/8/2021”*🖋️_
🌥️ _*“शनिवार”*_🌥️

#“सरोवर” 

#“जल”

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“2/8/2021”*🌫️ 🌧️ *“सोमवार”*🌧️ #“स्वच्छता” #“तन” #“मन” #“सकारात्मकता” #“शारीरिक #“शरीर” #“स्वस्थ” #“व्यायाम” #“चारित्रिक #“निवारण”

read more
*✍🏻“सुविचार"*📝 
🌫️*“2/8/2021”*🌫️
🌧️ *“सोमवार”*🌧️

“स्वच्छता” ...
यदि स्वच्छता इस “तन” में नहीं होगी तो व्यक्ति “शारीरिक रूप” से “पीड़ा” सहेगा,अब उसी प्रकार “अतिआवश्यक” है कि “स्वच्छता” मन में भी हो,
यदि ये स्वच्छता “मन” में न हुई
 तो व्यक्ति “चारित्रिक रूप” से पीड़ा सहता हैं...
अब इसका “निवारण” क्या हैं ? 
यदि रोग “तन” में हैं तो सर्वप्रथम “स्वच्छता” रखना सिखिए,इस “शरीर” को “स्वच्छ” रखना सिखिए,“समझदारी” के साथ डटकर इस “रोग का सामना” किजिए,“भयभीत” होने की आवश्यकता नहीं हैं,“व्यायाम” करते रहिए,
सब ठीक होगा...
अब उसी प्रकार ये रोग “मन” में हो तो क्या करें,
सर्वप्रथम “आधार” पर ध्यान दिजिए,
आपका आधार हैं आपका "आहार",
जैसा आप “खाओगे” वहीं आप बनोगे,उसी प्रकार जो आप सोचते हो वहीं आप बनते हो,
इसलिए इस सोच को “सकारात्मक” बनाइए,
सबकुछ ठीक होगा...
आपके,मेरे,हम सबके मन में एक “राक्षश” रहता हैं उसका “सामना” करे,उसे “परास्त” करे तो ये “रोग” चाहे “तन” का हो या “मन” का यदि उचित समय पर इसे नहीं रोका गया तो अनुचित समय पर ये “महामारी” बन सकता हैं...
इसलिए “सावधान” रहें “स्वस्थ” रहें...
 *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 
🌫️*“2/8/2021”*🌫️
🌧️ *“सोमवार”*🌧️

#“स्वच्छता”

#“तन”

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“12/7/2021”*🖋️ ✨ *“सोमवार”*🌟 #“आसन” #“आश्वासन”... #“सकारात्मकता” #“उचित #“सहयोग” #“कठीन #“वियोग #“आवश्यक

read more
है*✍🏻“सुविचार"*📝 
🖊️*“12/7/2021”*🖋️ 
✨*“सोमवार”*🌟

सबसे महत्वपूर्ण “आसन”है...“आश्वासन”...
“स्वयं” को “आश्वस्ति” करते रहिए 
कि मैं हूँ सब “ठीक” होगा,ये “आश्वासन” जो “जीवन” में आपको ऐसी “सकारात्मकता” देगा जो बड़ी से बड़ी “दुविधा” का “अंत” कर सकते है,
यदि बात कि जाए सबसे “कठीन योग” की
 तो वो है “वियोग( दुःख)”...
जो “माता सीता” को भी सहना पड़ा “श्रीराम” के लिए,“राधा कृष्ण” को भी सहना पड़ा,जो “व्यक्ति” “वियोग” से चलकर “उचित मार्ग” पर आ जाए वो “जीवन” में एक अत्यंत 
“श्रेष्ठ स्थान” पर अवश्य पहुंचेगा...
और यदि बात की जाए सबसे “महत्वपूर्ण” और सबसे “आवश्यक योग” की तो वो है “सहयोग”...
सबका “सहयोग” करते जाइए आप जितनो का भी “सहयोग” करके उन्हें “आनंद” दे सकते है उतना ही “आनंदित” आपका जीवन भी रहेगा...
*“अतुल शर्मा”🖋️📘* *✍🏻“सुविचार"*📝 
🖊️ *“12/7/2021”*🖋️ 
✨ *“सोमवार”*🌟

#“आसन” 

#“आश्वासन”...

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“14/4/2021”*🌟 🖋️ *“बुधवार”*✨🖊️ #“मर्त्य” #“भयभीत” #Thoughts #“जीवन” #“सुख” #“सकारात्मकता” #“प्रसन्नता” #“प्रारभ्द” #“क्षण” #“परिस्थितियाँ”

read more
*✍🏻“सुविचार"*📝 
🌟*“14/4/2021”*🌟
🖋️ *“बुधवार”*✨🖊️

मान लिजिए हम सभी “मर्त्य” है 
हम सभी को “मरना” है,
एक न एक दिन ये अवश्य होगा,
अब जब ये होने ही वाला है
 तो “भयभीत” क्यों होना,“चिंतित” क्यों होना?
आपके “चिंता” करने से ये “टाल” दिया जाएगा,
कदापि नहीं
ये “प्रारभ्द” है ये होकर रहेगा “जीवन” में ये कुछ “क्षण” जो आपको “जीने” के लिए दिए है
 इसे “जीना” आरम्भ कर दिजिए जो भी “परिस्थितियाँ” आती है उसे “साकारात्मक” रूप से देखना आरंभ कर दिजिए,
ये आप “सीख” गए तो आपका ये जीवन “सुख” और “प्रसन्नता” से भर जाएगा,
*🖊️“अतुल शर्मा🖋️📝✨* *✍🏻“सुविचार"*📝 
🌟*“14/4/2021”*🌟
🖋️ *“बुधवार”*✨🖊️

#“मर्त्य” 

#“भयभीत”

Atul Sharma

*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“2/4/2021”*🌟 🖋️ *“शुक्रवार”*✨🖊️ #“मनुष्य” #“व्यक्तित्व” #Quotes #“सोच” #“सकारात्मकता” #“वाणी” #“सीखना”

read more
*✍🏻“सुविचार"*📝 
🌟*“2/4/2021”*🌟
🖋️*“शुक्रवार”*✨🖊️

हर एक “मनुष्य” का “व्यक्तित्व” 
उसकी “वाणी” के पीछे छिपा होता है
यदि आप किसी “मनुष्य” को समझने जाए जो “मौन” धारण करके बैठा हुआ है हो सकता है आप उसे “कुछ और” ही समझ बैठे,
यदि किसी के “व्यक्तित्व” को समझना है 
तो उसे बोलने दे,
उस “व्यक्ति की बातों” को सुनना सीखिये,
ये आप “सीख” गए तो 
आपको अपने आप “ज्ञात” हो जाएगा,
कि सामने वाले “मनुष्य” का व्यक्तित्व क्या है ?
और एक बात ये कि आपके
 “व्यक्तित्व की नींव” है आपकी “सोच” तो
 इस सोच को “शुभ” और “सकारात्मक” रखें...
✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* *✍🏻“सुविचार"*📝 
🌟*“2/4/2021”*🌟
🖋️ *“शुक्रवार”*✨🖊️

#“मनुष्य”

#“व्यक्तित्व”
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile