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Best जाई Shayari, Status, Quotes, Stories

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riaa tiwari dewaria India

Radhe Chandan jha

Ravi Pal

#जाई दाढ़ी बनवा के चुम्मा डबल डबल #शायरी

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Kiran Kandalkar

राजवाड्यातील कन्या तू जाई

मी तुझ्या अंगणातला मोगरा

तुझी वेणी, मी त्यातला गजरा

दोघी जणी बहिणी तुम्ही, जाई जुई

मी एकटाच का बरं मोगरा.

सहजच तुझ्या फुलासारखी

माझ्या पानावर करून बघितली नक्षी.

त्यातही हसायला लागले

 तुझे सखे फुलपाखरू आणि पक्षी.

मऊ मखमली रंगाची तु जाई

शब्द तुझे मांडतानी, लवडली माझी शाई

तुझ्या वेणीत माळून मला, शेवटी तुडवू नको पाई

मी तुझ्या अंगणातला मोगरा.

©Kiran Kandalkar #जाई

मीत...🖋️

smita@ishu

#Dussehra

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रघु कुल रित सदा चली आई प्राण जाई पर वचन ना जाई





रावण बसा हर किसी के मन में , फिर भी कहे खुद को रघु राई

खुद की बहन घर की शोभा,दूसरे की बहन को बुरी नजर लगाई


नफरत बसता सब में यहां,कहते खुद को शांति के खुदाई #Dussehra

Balveer Pandey

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ब्रम्‍हा विष्णु महेश फल लिए भेंट देने सब द्वार खड़े
अटल सिंहासन बैठी माता फिर सोने का छात्रा फिरे
वार सनीचर कुमकुम वर्नी जब हुक्म करे
संतान प्रतिपली सदा ख़ुसली जाई काली कल्याण करे
मा जाई काली कल्याण करे मा जाई काली कल्याण करे!!💐

Vaibhav Thorat

long time #poem

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कधीचं वाटलं नव्हतं असं काही होईल
एकटं सोडून मला ती मधेच निघून जाईल
कळलंच नाही अचानक असं का झालं 
जाताना मग तिच्या डोळ्यात पाणी आलं
काय झालं नक्की अजूनही कळत नाही
समजून घ्यायचं सोडून ती मात्र भांडत जाई
विसरून जावं सगळं असं दोघांनाही वाटतंय
दूर होऊन दोघांच्याही डोळ्यात पाणी दाटतय
झालं तरी काय असं शोधून सापडतही नाही
कोसळणाऱ्या सरीसारखा गैरसमज वाढतच जाई long time

Ketaki Dherange

चिंब भिजूनी या कोसळणाऱ्या सरीत
भान हरपून जाई,
ताण सारा उतरुणी अंगावरून
मातीत जिरपुनी जाई! #kavita #rain #paus #पाऊस #मराठीकविता #poetry #charoli

samandar Speaks

#samandar speaks Satyaprem Internet Jockey खुशवंत Vinay Vinayak Shivansh Mishra Anant #कविता #डर

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#डर   गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई
कुर्सी के खेल मे हरदम,बेचायी
गरीबी................।।
गरीबी के जीवन शापीत बुझाला
गरीबी के नाव पे इज्जत बेचाला
जनवादी सोच मे फासीजम बेचायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई

सौदा होला रोज पेट आ बदन के
हत्या होला रोज नाम पे दहेज के
जीवन ह भ्रम नाहीं लोभ के मिटायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई

मासुम जुबान के गूंगा बनाके
तार तार होला परदा दुवारी के
बाटे भरम की दुशाषन मरायी
गरीबी ह रोग ई कबहूँ ना जाई
राजीव #samandar speaks Satyaprem Internet Jockey खुशवंत Vinay Vinayak Shivansh Mishra Anant
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