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_the_poetry__hub_
जिंदगी ने हमें मुस्कुराना सिखाया है, ना की रोना! ©Srushti Rokade #Color
heartbroken adda
रंगो में उलझी है दुनिया पर इश्क का रंग तो लाल होता है.. क्यू गोरे काले में फसे है सब इस रंग में घुल के देखो फिर कैसा आपका हाल होता है।। ✍heartbroken_adda follow ig:heartbroken_adda ©heartbroken adda #Color
Vikas Gupta
रंग....... ये जीवन कई रंगों का रूप है कही दुखों का अभिरूप है तो कही खुशियाँ रंगों के संग है इन रंगों का भी अपना एक रंग है इंसान गिरगिट का एक स्वरूप है यही आज मानव का अंग रूप है वो भी बदलता अंग -अंग है इन रंगों का भी अपना एक रंग है नोटों का जब देखा गया बदलता रंग स्वरूप कई लोगों को ये रंग लगता बड़ा कुरूप कई लोगों की शांति हो गयी थी भंग है इन रंगों का भी अपना एक रंग है रंग बदल जाता है उनका भी जो है तुम्हारे अनुरूप उन माता पिता पे भी क्या बीतती होगी देख भयानक रूप औलाद के रंग बदलने पर दिख जाते उनके रंग है इन रंगों का भी अपना एक रंग है – Vikas Gupta #Color
priyanka jha
कई चेहरे गुमनामी में छोड़ आए है, और अपनो किया वादा फिर निभाने आए हैं! ये जो तुम कहते हो कि दिल ना तोड़ा करो , तुम्हें दिल लगाने का हक किसने दिया था !! प्रियंका झा #Color
Awara Badal (Mansi Tiwari)
दुआ है रंग-बिरंगी खुशियां आए, आप जिसे चाहे वो आपके करीब आए.. Mansi Tiwari #Color
Vvs
' होली ' तो बस हो ली। पहले तन रंगा, फिर मन रंगा, आखिर में रंग गयी जींदगानी रे । फागुन की मस्ती में सब कुछ भूला, मस्त हो गए रंगों की रवानी में। क्या तेरा, क्या मेरा, क्या रखा है, इन झूठी लड़ाई में, मन के मैल, मलाल हो चले थे, घोल दिये सब रंगों की रंगाई में। मैं भूला हूँ, तुम भी भूलो, गुजरे समय की नादानी को, आज होली का दिन कहता है, जला दो बीती कहानी को। *व्योम* बहुत जी लिये अपने खातिर, अब अपनों की खातिर जीना है, कुछ बडप्पन से जी कर देखें, वर्ना जीना भी क्या जीना है। #Color
गौरव गोरखपुरी
हूं जो चुपचाप सा नहीं गुमसुम सा हूं मै आंखो में झाको जरा तबस्सुम सा हूं मै #Poetic_Pandey #Color
NITESH
Jo Dil Ko Dilo Se Milaye Wahi Rang Hai Tej Jism Ko Chod Ke Jo Ruh Ko Rang De Wahi Asli Rangrej Nitesh💕 #Color
निष्प्रभ की दुनिया
हम औरत उसी को समझते हैं जो हमारे घर की हो, और हमारे लिए कोई औरत नहीं होती, बस गोश्त की दुकान होती है। और हम उस दुकान के बाहर खड़े कुत्तों की तरह होते हैं, जिनकी हवसज़दा नज़र हमेशा गोश्त पर टिकी रहती है। - मंटो { निष्प्रभ मन्नु मल्होत्रा } #Color
RAJA ALAM
होली के रंगों की तरह अपने मुल्क को सदा प्रेम रूपी रंगों में मैं देखना चाहता हूँ। इन रंग-बिरंगी रंगोलियों की तरह अपने मुल्क को देशप्रेमी रंगों में मैं देखना चाहता हूँ। गुलाल की तरह हर चेहरे पर खुशियों की ख़िलखिलाती लालनुमा रंग मैं देखना चाहता हूँ। इन्हीं हाथों की तरह हर रोज एक दूसरे को पवित्र रंगों से रंगते हुए मैं देखना चाहता हूँ। हर शिक़वे-गिले भूलाकर यूँ ही हर रोज सबको गले लगाते मैं देखना चाहता हूँ। है मेरी आकांक्षा की रंगों की घटा छाई रहे सदा गंगा यमुना सरस्वति वाला संगम मैं देखना चाहता हूँ। अबकी बार जो मिले ना पूछे मजहब हर मानव में सिर्फ मानवता मैं देखना चाहता हूँ। मुल्क के किसी कोने से कोई लहु ना छलके गाँधी वाला, अम्बेडकर वाला रंगनुमा हिन्दुस्तान मैं देखना चाहता हूँ। Raja Alam #Color