Find the Best हसन Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about चराग़ हसन हसरत की शायरी, हसन हुसैन shayari downlod unplash, नाहिद हसन की खबर, मिली नहीं राजा हसन, नूरुल हसन आईपीएस फोन न,
mustajaab Hasan
" इक मुहब्बत ही नहीं आरज़ू-ए-ज़िन्दगी भी थी आँखों में! फिर इन आँखों में सिर्फ आंसुओं को ही क्यों जग़ह दिए जाए " ©Hasan_Sheikh " इक मुहब्बत ही नहीं आरज़ू-ए-ज़िन्दगी भी थी आँखों में! फिर इन आँखों में सिर्फ आंसुओं को ही क्यों जग़ह दिए जाए " #हसन #Flower
mustajaab Hasan
ये दोस्त तेरी ग़ैर मौजूदगी में ये शहर , वक्त-ए-आज़र्दाह में मेरा हाल भी नहीं पूछती _Shukhañ ©Hasan_Sheikh ये दोस्त तेरी ग़ैर मौजूदगी में ये शहर #हसन #cityview
Gulfam Hasan
मुझसे जुदा होके थाम लिया उसने किसी ओर का हाथ वो बेवफ़ा है तो अंदाज-ए-दगा रिपीट क्यूँ नहीं करता वो मुझको छोड़ गया है तो फिर ये बताओ ना 'हसन' वो मेरा नम्बर अपने फोन से डिलीट क्यूँ नहीं करता - गुलफाम हसन #सवाल... #इश्क़...
Hasan vairagi
रंग सावंला था मेरा , या फिर मैं गरीब था ? अलविदा उसने कहा..जो सबसे मेरे करीब था.. © हसन वैरागी 😳 रंग सावंला था मेरा , या फिर मैं गरीब था ? अलविदा उसने कहा..जो सबसे मेरे करीब था.. © हसन वैरागी 😳
रंग सावंला था मेरा , या फिर मैं गरीब था ? अलविदा उसने कहा..जो सबसे मेरे करीब था.. © हसन वैरागी 😳 रंग सावंला था मेरा , या फिर मैं गरीब था ? अलविदा उसने कहा..जो सबसे मेरे करीब था.. © हसन वैरागी 😳
read moreRajeev Vaidya
ग़ज़ल जब किताब के पन्नों से निकल कर कण्ठ में घुलती है, अक्षर जब सुर-दर-सुर रस-मंजरी में परिवर्तित होते हैं, साधक जब स्वयं साध्य के साथ एकाकार हो जाता है, तो जो संयोग बनता है उसका नाम है मेहदी हसन साहब। कला और साहित्य की संवेदना सरहदों के बाँधे नहीं बँधती। कलावंत, 'शहंशाह-ए-ग़ज़ल' मेहदी हसन साहब ने आने वाली कई पीढ़ियों की समृद्ध स्वर-चेतना को जागृत किया जिनमें भारत के भी कई फनकार शामिल हैं। उनकी अनहद स्वरलहरियाँ पीढ़ियों तक पूरे विश्व में यूँ ही गूँजती रहेंगी। आज, उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन। 🙏❤️ #कविता #nojotovideo
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मेहंदी हसन साहब की पुण्यतिथि पर सादर नमन “आंखोंको वीजा नहीं लगता, सपनों की सरहद नहीं होती, बंद आंखों से चला जाता हूं सरहद पार मेहंदी हसन से मिलने..." #सादरअभिवादन
Rajeev Vaidya
ग़ज़ल जब किताब के पन्नों से निकल कर कण्ठ में घुलती है, अक्षर जब सुर-दर-सुर रस-मंजरी में परिवर्तित होते हैं, साधक जब स्वयं साध्य के साथ एकाकार हो जाता है, तो जो संयोग बनता है उसका नाम है मेहदी हसन साहब। कला और साहित्य की संवेदना सरहदों के बाँधे नहीं बँधती। कलावंत, 'शहंशाह-ए-ग़ज़ल' मेहदी हसन साहब ने आने वाली कई पीढ़ियों की समृद्ध स्वर-चेतना को जागृत किया जिनमें भारत के भी कई फनकार शामिल हैं। उनकी अनहद स्वरलहरियाँ पीढ़ियों तक पूरे विश्व में यूँ ही गूँजती रहेंगी। आज, उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन। 🙏❤️- #मेहँदी
Nojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
उनकी कलम से आवाज़ आपकी #Kalamse आज की कहानी है 'घाटे का सौदा' और उसके लेखक हैं सआदत हसन मंटो। सआदत हसन मंटो जी की हर कहानी समाज को कुछ ऐसा सन्देश दे जाती है, जिससे पूरा समाज सच्चाई को जान जाये। उनकी हर कहानी में कुछ नया और अनोखा रहता है और कहानी का अंत सच में सबको सोचने पर मजबूर कर देता है।
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"कलम से' कड़ी के अगले कलमकार हैं- सआदत हसन मंटो #KalamSe सआदत हसन मंटो (11 मई 1912–18 जनवरी 1955) ज़िला लुधियाना के गाँव पपड़ौदी (समराला नज़दीक) में जन्में सआदत हसन मंटो, एक उर्दू लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं जैसे बू,खोल दो, ठंडा गोश्त और चर्चित टोबा टेकसिंह के लिए प्रसिद्ध हुए। कहानीकार होने के साथ-साथ वे फिल्म और रेडिया पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे। अपने जीवनकाल में उन्होंने बाइस लघु कथा संग्रह, एक उपन्यास, रेडियो नाटक के पांच संग्रह, रचनाओं के तीन संग्रह और व्यक्तिगत रेखाचित्र के दो संग्रह प्रकाशित
"कलम से' कड़ी के अगले कलमकार हैं- सआदत हसन मंटो #Kalamse सआदत हसन मंटो (11 मई 1912–18 जनवरी 1955) ज़िला लुधियाना के गाँव पपड़ौदी (समराला नज़दीक) में जन्में सआदत हसन मंटो, एक उर्दू लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं जैसे बू,खोल दो, ठंडा गोश्त और चर्चित टोबा टेकसिंह के लिए प्रसिद्ध हुए। कहानीकार होने के साथ-साथ वे फिल्म और रेडिया पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे। अपने जीवनकाल में उन्होंने बाइस लघु कथा संग्रह, एक उपन्यास, रेडियो नाटक के पांच संग्रह, रचनाओं के तीन संग्रह और व्यक्तिगत रेखाचित्र के दो संग्रह प्रकाशित
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अपनी आवाज़ में कहानी रिकॉर्ड करें- 'जेली', सआदत हसन मंटो जी की एक ऐसी लघु कथा है, जिसमें समाज के दो अलग-अलग परिदृस्य को दर्शाया गया है। एक तरफ जहाँ हम समाज की सच्चाई से रूबरू हुए हैं, वही दूसरी ओर हत्या को देखकर, एक बाल-मन की मन:स्तिथि को दिखाते हुए, ये कहानी ख़त्म हो जाती। कहानी- जेली लेखक-सआदत हसन मंटो #Kalamse
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