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Vivek Mayur
शहीद जवान की खामोशी हमारा राष्ट्रगान गाती है। Kargil Vijay diwas ©Vivek Mayur #शहीद #जवान की #खामोशी हमारा #राष्ट्रगान #गाती है।... #IndianArmy #BSF #paramilitryforces #IndianAirforce #indiannavy
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read moreJahnvee
जिंदगी में वो संगीत की तरह ही तो थी। स्वरलहरियों के समान जीवन के हर गीत पर गाती, थिरकती मेरे जीवन को संगीतमय बनाती थी। जीना उसी ने मुझे सिखाया था। हम साथ में संगीत सीख रहे थे। रोज़ साथ में रियाज़ करना, रियाज़ के बाद इंस्टिट्यूट की कैंटीन में चाय की चुस्कियों के साथ न जाने कितने ही नग्में गाते गुनगुनाते ज़िंदगी झूमती गाती बीत रही थी। मै खुश था वो मेरे साथ थी, और उसका सपना था मुझे संगीत जगत में शिखर तक पहुँचते हुए देखने का। ईश्वर से यही माँगती थी मेरे लिए वो और मै!! मै उसे मांगता था। परन्तु ईश्वर कहाँ सुनता है वो तो वही करता है जो उसकी इच्छा होती है वो दिन मै कभी नहीं भूल पाऊंगा, हम दोनों रियाज़ कर रहे थे गाते-गाते उसकी सांस रुक गई, दिल ने धड़कना बंद कर दिया, और मै कुछ न कर पाया..आज मेरी संगीत जगत में एक पहचान है। मैंने उसके हर सपने को साकार किया है लेकिन उसकी कमी मेरी ज़िंदगी में हमेशा रहेगी... #shortstory #laghukatha #nojotostory #nojotolove #nojotomusic #nojoto
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read moremangla varma
पंछी कभी पास खिड़की पे चहचहाती थी, कभी वो आंगन में गाती थी, मैंने देखा था उसे, पानी मिलने पे कितनी धूम मचाती थी, कुछ दाने मील जाने भर से वो कितना खुश हो जाती थी, यहां वहां से तिनके लाकर पुरे घर में फैलाती थी, यूँ ही शाम सबेरे न जाने कौनसे गीत गाती थी, फुदक फुदक कर सारा छप्पर नाप जाती थी, उन छोटी नीली आंखों से ना जाने क्या बतियाती थी, जबसे वो आंगन का पेड़ कटा है अब नजर नहीं आती वो #NojotoQuote #nojotohindi #nojoto #hindi #पंछी #bird #चिड़िया #love #pyar #nature #poem #poetry #kavita #Hindikavita #shayari Gaganjit K Aahna Verma Deepa Rajput Deepika Dubey Fateh Chauhan
Raviranjan Pandey
सबसे प्यारी,सबसे न्यारी, मेरी भोली भाली माँ।। प्यारी जग से न्यारी माँ, खुशियां देती सारी माँ।। ओ मेरी प्यारी मां, सारे जग से न्यारी मां।। मेरे सर्वस्व की पहचान अपने आंचल को दे छांव, ममता की वो लोरी गाती, मेरे सपनो को सहलाती, गाती रहती,मुस्कुराती रहती , वो है मेरी प्यारी मां।। Happy mother's day
Happy mother's day
read moreNikhil Vairaagi
मेरे सर्वस्व की पहचान अपने आँचल की दे छाँव ममता की वो लोरी गाती मेरे सपनों को सहलाती गाती रहती, मुस्कराती जो वो है मेरी माँ। प्यार समेटे सीने में जो सागर सारा अश्कों में जो हर आहट पर मुड़ आती जो वो है मेरी माँ। दुख मेरे को समेट जाती सुख की खुशबू बिखेर जाती ममता की रस बरसाती जो वो है मेरी माँ..। Nikhil Singh Raghuvanshi (माँ को समर्पित एक छोटी सी कृति) mother's day special
mother's day special
read moreMo k sh K an
सुन कोयलिया गाती है, मीठे गीत सुनाती है सूरज से करके साज जिरह, सुबह को महकाती है सुन मीठी सी ताने हैं, सुने सुने से गाने है कुछ अपने से लगते हैं, कुछ कितने बेगाने हैं सजा सुरों में, पिरो पिरो कर, कितने फूल सजाती है सुन कोयलिया गाती है, मीठे गीत सुनाती है सहर अलापों से हामिल है, कई दुआ उसमें शामिल हैं देख उतर के गहराई तक, रूह खिली, तेरी,कामिल है पत्तों में छुप कर बैठी है, सचमुच खूब लजाती है सुन कोयलिया गाती है, मीठे गीत सुनाती है सुन कोयलिया गाती है, मीठे गीत सुनाती है सूरज से करके साज जिरह, सुबह को महकाती है सुन #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #meethashona #love
सुन #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #meethashona #Love
read moreNitish Sagar
सामा चकेवा मिथिलांचल का एक पर्व Read in caption सामा चकेवा मिथिलांचल क्षेत्र में प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को दर्शाता है। जिस तरह रक्षाबंधन, भाईदूज भाई-बहन का त्योहार होता है उसी तरह ये भी पर्व है। सामा- चकेवा का उत्सव पारंपरिक लोकगीतों से जुड़ा है |यह उत्सव मिथिला के प्रसिद्ध संस्कृति और कला का एक अंग है जो सभी समुदायों के बीच व्याप्त सभी बाधाओं को तोड़ता है। यह उत्सव कार्तिक शुक्ल पक्ष से सात दिन बाद शुरू होता है | आठ दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है , और नौवे दिन बहने अपने भाइयों को धान की नयी फसल की चुरा एव
सामा चकेवा मिथिलांचल क्षेत्र में प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को दर्शाता है। जिस तरह रक्षाबंधन, भाईदूज भाई-बहन का त्योहार होता है उसी तरह ये भी पर्व है। सामा- चकेवा का उत्सव पारंपरिक लोकगीतों से जुड़ा है |यह उत्सव मिथिला के प्रसिद्ध संस्कृति और कला का एक अंग है जो सभी समुदायों के बीच व्याप्त सभी बाधाओं को तोड़ता है। यह उत्सव कार्तिक शुक्ल पक्ष से सात दिन बाद शुरू होता है | आठ दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है , और नौवे दिन बहने अपने भाइयों को धान की नयी फसल की चुरा एव #Brother #story #Festival #nojotohindi #kalakaksh #Sisters #sama_chakeva
read moreके_मीनू_तोष
#kavishala #Poetry #nojotokhabri कविता की महत्ता कहने को छोटी सी कहलाती चुपके से कितने काम कर जाती बन लोरी माँ के होंठों पर जब आती स्वप्नलोक में नन्हीं परी को ले जाती
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